चेन्नई.
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई स्थित सरकारी कलैइगनार सेंटेनरी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल (केसीएसएसएच) में शनिवार रात अचानक बिजली गुल हो जाने से मरीजों और उनके परिजनों की सांसें अटक गईं। दरअसल, यहां इलेक्ट्रिकल शॉर्ट सर्किट के चलते बिजली आपूर्ति में बाधा आ गई। बाद में इसे तुरंत ठीक किया गया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बिजली जाने के कुछ ही देर बाद गड़बड़ी को ठीक करा सप्लाई फिर शुरू की गई। तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुप्रिया साहू ने कहा कि अस्पताल की मेन केबल में आग लग गई थी, जिससे वहां बिजली सप्लाई बंद हो गई। उन्होंने बताया कि जनरेटर की सप्लाई केबल पर भी प्रभाव पड़ा, लेकिन एक दूसरे जेनरेटर की मदद से अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखे गए 15 मरीजों को जानलेवा नुकसान से बचा लिया गया। फिलहाल केसीएसएसएच में 419 मरीज भर्ती हैं, जिन पर बिजली जाने का प्रभाव न पड़ने देने की कोशिश की गई। सुप्रिया साहू के मुताबिक, लोक कल्याण विभाग के मुख्य इंजीनियर और अन्य अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि अस्पताल को पावर सप्लाई एक हाईटेंशन केबल के जरिए मिलती रहे। फिलहाल जेनरेटर को ठीक करने का काम किया जा रहा है। अफसर ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, "अब हमारी प्राथमिकता यह है कि वेंटिलेटर सपोर्ट और क्रिटिकल केयर में रखे गए मरीजों पर प्रभाव न पड़े। हमने उनके साथ मौजूद लोगों से बात की और उन्हें भरोसा दिया। हॉस्पिटल की मेन सप्लाई चालू है और घबराने की कोई बात नहीं है।" एसीएस के अलावा तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम भी अस्पताल के दौरे पर पहुंचे। यहां उन्होंने बिजली आपूर्ति का काम देखा।
इसी अस्पताल में डॉक्टर पर चाकू से हुआ था हमला
बता दें कि इसी अस्पताल में एक मरीज के बेटे ने कैंसर रोग विशेषज्ञ चिकित्सक पर चाकू से कई बार हमला किया था। आरोपी ने बाह्य रोगी विभाग के कमरे में हमले को अंजाम दिया और वह अस्पताल में भर्ती अपनी मां की इलाज से कथित तौर पर नाराज था। इस घटना के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने आरोपी को तुरंत पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले को लेकर चिकित्सकों और नर्सों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन भी किया था।