भोपाल
मध्यप्रदेश में इस बार दिसंबर-जनवरी में कड़ाके की ठंड का दौर आएगा। इन दो महीनों में 20 से 22 दिन कोल्ड वेव की स्थिति रह सकती है। नवंबर के 10 दिन में प्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा है। यहां टेम्प्रेचर 10.6 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है
मौसम विभाग का अनुमान है कि पहाड़ों पर होने वाली बर्फबारी से आने वाले दिनों में ठिठुरन बढ़ेगी, धुंध और कोहरे का असर भी दिखाई देगा।
आज मंगलवार को मौसम में ज्यादा बदलाव की उम्मीद नहीं है। अभी हवाएं पूर्वी और उत्तर-पूर्वी चल रही हैं, जिससे दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि नवंबर के आखिरी सप्ताह में ग्वालियर-चंबल संभाग में बादल छाने के साथ हल्की बारिश के आसार है।इस दौरान भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर, रीवा और शहडोल संभाग में मौसम खुला रहेगा लेकिन दिन गर्म और रातें ठंडी रहेंगी।अगले हफ्ते से तापमान के 15 डिग्री से नीचे पहुंचने का अनुमान है।
एमपी मौसम विभाग का ताजा पूर्वानुमान
एमपी मौसम विभाग की मानें तो इस बार दिसंबर-जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ेगी, इन दो महीनों में 20 से 22 दिन कोल्ड वेव की स्थिति रहने का अनुमान है।दिसंबर की शुरुआत में पूरे प्रदेश में न्यूनतम तापमान में 11 से 12 डिग्री की रेंज में गिरावट होने लगेगी। 20 दिसंबर के बाद से कड़ाके की ठंड पड़ने लगेगी।खास करके निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मंडला, डिंडोरी, झाबुआ, धार, उज्जैन, सीहोर, विदिशा, राजगढ़ और ग्वालियर चंबल में कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
दिसंबर-जनवरी में ही कड़ाके की ठंड क्यों? मानसून के चार महीने (जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर) में से दो महीने जुलाई-अगस्त महत्वपूर्ण रहते हैं। इन्हीं में 60 प्रतिशत या इससे अधिक बारिश हो जाती है। ठीक उसी तरह दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। इन्हीं दो महीने में प्रदेश में उत्तर भारत से सर्द हवाएं ज्यादा आती हैं इसलिए टेम्प्रेचर में गिरावट आती है। वहीं, सर्द हवाएं भी चलती हैं।
पिछले 24 घंटे का मौसम का हाल
- प्रदेश के अधिकांश जिलों में रात का तापमान 10 से 20 डिग्री और दिन का पारा 30 से 35 डिग्री के बीच दर्ज किया गया।
- पचमढ़ी, शाजापुर-राजगढ़ में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा।
- इंदौर जबलपुर में दिन का अधिकतम तापमान सबसे कम 30.8 डिग्री दर्ज किया गया।
- सागर, ग्वालियर, शहडोल संभाग के जिलों में तापमान सामान्य से अधिक रहे।
- भोपाल में 31.7 डिग्री, उज्जैन में 32.2 डिग्री और ग्वालियर में सबसे ज्यादा 33.1 डिग्री दर्ज हुआ है।
दिसंबर में टेम्प्रेचर में गिरावट, कोल्ड वेव चलेगी डॉ. सिंह ने बताया कि दिसंबर की शुरुआत से ला नीना की स्थिति बनना शुरू हो जाएगी। इससे ग्वालियर-चंबल और बुंदेलखंड में ठंड जोर पकड़ेगी। हालांकि, कड़ाके की ठंड का दौर 20 दिसंबर से शुरू होगा।
इन जिलों में सबसे ज्यादा सर्दी रहेगी
- ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग के सभी जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ेगी।
- भोपाल संभाग के सीहोर-विदिशा में ठंड का जोर रहेगा।
- सागर संभाग के निवाड़ी, छतरपुर, टीकमगढ़-पन्ना, रीवा संभाग के मऊगंज, सीधी-सिंगरौली में तेज ठंड पड़ेगी।
- जबलपुर संभाग के मंडला-डिंडौरी, इंदौर संभाग के इंदौर, धार और झाबुआ में कड़ाके की ठंड रहेगी।
20-22 दिन तक चल सकती है कोल्ड वेव मौसम वैज्ञानिक डॉ. सिंह ने बताया कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह में प्रदेश के कई शहरों में कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं चलेंगी। जनवरी में यह 20 से 22 दिन तक चल सकती है।