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9 महीने से सरकारी आवास से महरूम है महापौर, निगम अध्यक्ष और जिला पंचायत अध्यक्ष

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भोपाल

महापौर मालती राय, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी और जिला पंचायत अध्यक्ष रामकुंवर नवरंग गुर्जर को करीब 9 महीने बाद भी सरकारी आवास नहीं मिला है। ऐसे में एक ओर जहां जरूरी बैठक और दूसरे कामों के लिए महापौर को मजबूरी में सुबह से निगम कार्यालय पहुंचना पड़ता है। वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष रोजाना अपने गांव से भोपाल आती हैं। उनका गांव बरखेड़ी देव भोपाल से करीब 80 किलोमीटर दूर स्थित है।

तीन-चार बार सरकार को दिया पत्र फिर भी नहीं हुई सुनवाई
 जिला पंचायत अध्यक्ष रामकुंवर गुर्जर का कहना है कि सरकारी आवास नहीं होने से बहुत समस्याएं हो रही हैं। महिला होने के कारण मुझे बहुत परेशानियां उठानी पड़ रही है। इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ के माध्यम से कई पत्र संपदा विभाग को पहुंचाएं। यही नहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी तीन से चार बार ज्ञापन व पत्र सौंप चुके हैं, लेकिन 9 महीने बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। गौरतलब है कि जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के पहले रामकुंवर कांग्रेस से जुड़ी थीं। भाजपा के कब्जे में जिला पंचायत की सीट लाने के लिए इन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली थी।

शिकायत के बाद भी नहीं हो रही सुनवाई
विभागीय सूत्रों की मानें तो एक बार ये अपने गांव ना जाकर भोपाल में ही रुक गई, तो उनके घर पर लाखों रुपए की चोरी हो गई। बार-बार सरकारी आवास के लिए बोलने के बाद भी इनकी सरकार में सुनवाई नहीं हो रही है।

कोहेफिजा महापौर निवास टूटकर बन रहा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स
बताया जा रहा है कि कोहेफिजा क्षेत्र बहुत पहले महापौर आवास था, लेकिन तत्कालीन महापौर कृष्णा गौर के बाद यहां पर कोई रहने नहीं गया। महापौर रहते आलोक शर्मा को 74 बंगले में आवास मिल गया था, इस दौरान यह भवन और जर्जर हो गया। ऐसे में अब निगम प्रशासन महापौर निवास को तोड़कर यहां पर बहुत बड़ा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बनाया जा रहा है।

महापौर मालती राय के निर्वाचित होने के बाद सबसे पहले 74 बंगले और चार इमली में खाली आवासों को लेकर चर्चा हुई थी, लेकिन अब तक यह काम पूरा नहीं हुआ। आवास नहीं होने से कई तरह की परेशानियां हो रही हैं। फिर एक पत्र सरकार को भेजा गया है।
नगर निगम परिषद अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी को भी आवास आवंटन नहीं हुआ। निगम की ओर से 3 पत्र शासन को भेजे जा चुके हैं। इसके पहले पूर्व परिषद अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान 45 बंगले में आवास आवंटन हुआ था। जहां तक महापौर की बात है तो पूर्व महापौर आलोक शर्मा को 74 बंगले में आवास मिला था। यह बंगला अब सांसद नकुलनाथ को आवंटित है।