संयुक्त राष्ट्र
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में एक बार फिर केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को चीन और पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए कहा कि यह भारत का अभिन्न और अविच्छेद्य अंग थे, हैं और हमेशा रहेंगे।
भारत के स्थायी मिशन के काउंसलर प्रतीक माथुर ने कहा कि किसी भी देश की कितनी भी गलत सूचना, बयानबाजी और प्रचार इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकते। प्रतीक माथुर ने कहा कि आज हम एक बार फिर मिल रहे हैं और स्वीकार करते हैं कि इस सम्मानित सभा की वीटो पहल को हासिल किए हुए एक साल बीत गया है।
वीटो पर भारत की स्थिति सुसंगत और स्पष्ट रही है। माथुर ने मजबूती के साथ कहा कि वीटो प्रस्ताव में सर्वसम्मति से यह अपनाया गया था कि एक समूह या पहलू को संबोधित नहीं किया जा सकता है लेकिन दुर्भाग्य से UNSC सुधार के लिए एक हिस्सा का दृष्टिकोण परिलक्षित होता है जिससे समस्या के मूल कारण की अनदेखी होती है और एक पहलू पर प्रकाश डाला गया।
यूएन में भारतीय काउंसलर प्रतीक माथुर ने यह बात भी जोर-शोर के साथ कही कि मतदान के अधिकार के संदर्भ में या तो सभी राष्ट्रों के साथ समान व्यवहार किया जाए या फिर नए स्थायी सदस्यों को भी वीटो (Veto) दिया जाना चाहिए