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छठ घाट पर तेज आवाज वाले डीजे संगीत को लेकर विवाद, इस दौरान पुलिस और आप नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक

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नई दिल्ली
चिराग दिल्ली में छठ घाट पर तेज आवाज वाले डीजे संगीत को लेकर विवाद हो गया। इस दौरान पुलिस और आप नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। इसके बाद पुलिस और आप नेताओं के बीच हाथापाई हो गई। बताया गया कि ये नेता इलाके में पुलिया के निर्माण को लेकर बैठक कर रहे थे।

आप और भाजपा के बीच चल रही राजनीतिक खींचतान
यह घटना राष्ट्रीय राजधानी में छठ पूजा की तैयारियों को लेकर भाजपा और आप के बीच चल रही राजनीतिक खींचतान के बीच हुई है। आप ने आरोप लगाया कि भाजपा समर्थक उनकी बैठक को बाधित करने के लिए तेज आवाज में संगीत बजा रहे थे।

आयोजित की गई थी पंचायत
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की जमीन पर पुलिया के निर्माण को लेकर चिराग दिल्ली गांव के निवासियों द्वारा एक पंचायत आयोजित की गई थी, जिसमें सौरभ भारद्वाज भी शामिल हुए थे, दिल्ली के मंत्री के कार्यालय ने यह जानकारी दी है।

तेज आवाज डीजे को लेकर हुआ विवाद
हालांकि, भाजपा समर्थकों ने पास के छठ घाट पर तेज आवाज में डीजे संगीत बजाया, जिसके बारे में भारद्वाज ने आरोप लगाया कि यह पंचायत की कार्यवाही को बाधित करने का प्रयास था।

पुलिस और लोगों के बीच हुई धक्का-मुक्की
बयान में कहा गया है कि जब आप नेता स्थानीय लोगों के साथ संगीत बंद कराने के लिए घाट पर पहुंचे तो वहां तीखी नोकझोंक हुई, जिसके बाद दिल्ली पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच धक्का-मुक्की हुई, जिसके बाद इलाके में पर्याप्त पुलिस और अर्धसैनिक बल तैनात कर दिए गए।

चिराग दिल्ली में हुई यह घटना
यह घटना चिराग दिल्ली में डीडीए की जमीन पर छठ मनाने को लेकर पहले हुए टकराव के बाद हुई है, जहां भारद्वाज और नई दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज के बीच सार्वजनिक तौर पर जुबानी जंग हुई थी।

भारद्वाज ने किया ये दावा
भारद्वाज ने दावा किया कि महीनों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और डीडीए दोनों पुलिया परियोजना की प्रगति में बाधा डाल रहे हैं और भगवा पार्टी पर दिल्ली सरकार की विकास पहलों को रोकने का लक्ष्य रखने का आरोप लगाया है।

दिल्ली के पूर्वांचली समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार
बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में छठ पूजा का महत्व इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि यह दिल्ली के पूर्वांचली समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के भोजपुरी भाषी निवासी शामिल हैं।