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बच्चों को सिखाएं कामवाली बाई से बेहतर व्यवहार करना

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अगर आप चाहते हैं की आपके बच्चे हर इंसान को एक जैसा ही ट्रीट करें। खासकर आपके घर में काम करने वाले लोगों को, तो यहां दिए गए कुछ टिप्स याद रखें…

आपके घर में अगर फुल टाइम हेल्प है, जिसे आप परिवार का ही हिस्सा भी मानते हैं तो बच्चों को इनसे सही व्यवहार करना सिखाएं। कई बार बच्चे घर वालों की ही तरह इनसे भी बहुत फ्री हो जाते हैं और वैसे ही चिल्लाने लगते हैं जैसे घर के अन्य बच्चों पर चिल्लाते हैं। वे इन्हें फॉर-ग्रैंटेड लेने लगते हैं। ऐसे में एक बार बैठकर बच्चों को ठीक से समझाएं की अपने हेल्पर से कैसे पेश आना है। अपने बच्चों को सही मार्ग दिखाना आपका ही काम है।

सभी पेरेंट्स जानते हैं की बच्चे जो देखते हैं कई बार वही करने भी लगते हैं। तो अगर आप किसी से अच्छा व्यवहार करते हैं तो ये बात वे भी सीखेंगे। इतना तब नहीं सीखते जब आप बोलकर समझाते हैं। इसी तरह जब आपके बच्चे आपको अपने हेल्प से बद्तमीजी करते या बुरा व्यवहार करते हुए देखते हैं तो वे भी ऐसा ही करने लगते हैं। आपको अपने बच्चों को ये समझाना चाहिए कि क्योंकि आप अपने घर में काम करने वालों को सैलेरी देते हैं।

इसका ये मतलब नहीं होता कि आपने उन्हें खरीद लिया है। इन्हें उसी तरह ट्रीट करें जैसे जॉब पर आपके मम्मी-पापा को किया जाता है, प्रोफेशनली और इज्जत के साथ। आप हर दिन अपने हेल्प से बेहतर व्यवहार करेंगे तो बच्चे भी वैसा ही सीखेंगे।

इन दोनों हमारे देश में भी नैनी कल्चर तेजी से बढ़ रहा है। ज्यादातर बच्चों की परवरिश घर की नैनी ही कर रही है। क्योंकि आपका बच्चा ज्यादा वक्त नैनी के साथ बिताता है तो जब वो गलत व्यवहार करे तो आपकी नैनी को डांटने का अधिकार भी दें। सुबह से लेकर रात तक आपका बच्चा नैनी के साथ रहता है। इस वक्त के लिए नैनी ही डिफेक्टों पैरेंट होती हैं और बच्चे को उसकी हर बात माननी ही चाहिए। ऐसे में नैनी को ये बताएं की बच्चे के गलत व्यवहार पर उसे छोटी सजा भी दी जा सकती है और बच्चे को उसे मानना सिखाएं। बच्चा नैनी से बुरा व्यवहार करें तो भी नैनी उसे सजा दे सकती है।

क्लासिज्म आज भी देश में हैं। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता। इसके लिए जरूरी है अपने बच्चे से बात करें। वैसे तो आपके व्यवहार से ही बच्चा बात समझेगा लेकिन फिर भी अगर उसे अलग से समझाना पड़े तो समझाएं कि जो हमसे अलग रहन-सहन वाले हैं उनसे भी समान व्यवहार करना चाहिए। बच्चे को समझाएं कि कैसे इनके बिना घर को संभाल पाना मुश्किल हो सकता है। घर में हेल्प हो तभी आप और आपके बच्चे साथ समय बिता सकते हैं, हॉलिडे पर जा सकते हैं। ये सब बातें बच्चों को जरूर समझाएं।