सिंगापुर
सिंगापुर में तंगराजू सुपैया को आज सुबह सुबह फांसी दे दी गई है। तंगराजू सुपैया को मिली फांसी की सजा पर भारी हंगामा मचा हुआ था और पूरी दुनिया के मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने सिंगापुर सरकार से अपील की थी, कि तंगराजू सुपैया को फांसी नहीं दी जाए, लेकिन सिंगापुर सरकार ने किसी की भी बात नहीं सुनी।
तंगराजू सुपैया को करीब 1 किलो गांजे की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था और अब उसे फांसी दे दी गई है, जिसकी पुष्टि उसके परिवार ने कर दी है। सिंगापुर सरकार के इस फैसले की कई मानवाधिकार समूहों ने निंदा की है, क्योंकि वो लंबे वक्त से सिंगापुर सरकार से मृत्युदंड की सजा को लेकर उदार नजरिया अपनाने की अपील कर रहे थे।
एक तरफ जहां दुनिया के कई देशों में अब गांजा सेवन को आधिकारिक तौर पर मंजूरी दी जा रही है, वहीं सिंगापुर में दुनिया का सबसे कठोर ड्रग कानून है। सिंगापुर सरकार का मानना है, कि मृत्युदंड की सजा मिलने से, मादक पदार्थों के तस्करों को रोकने में मदद मिलता है और सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए मौत की सजा मिलना जरूरी है।
सिंगापुर में कठोर ड्रग्स कानून
तंगराजू सुपैया की बहन लीलावती सुप्पिया ने सीएनएन को बताया, कि 46 साल के तंगाराजू सुप्पिया को चांगी जेल में बुधवार तड़के फांसी पर लटका दिया गया और परिवार को मृत्यु प्रमाण पत्र दिया गया है। फांसी पर चढ़ाए जाने से पहले, परिवार के सदस्यों और कार्यकर्ताओं ने क्षमादान के लिए सार्वजनिक अपील की थी और उनकी सजा की सुरक्षा पर सवाल उठाया। यह छह महीने में सिंगापुर में दी गई पहली फांसी थी।