नईदिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी बंगले को लेकर चल रहे विवाद के बीच AAP नेता संजय सिंह ने बुधवार (26 अप्रैल) को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश के बड़े मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए अरविंद केजरीवाल के घर को लेकर चर्चा की जा रही है। दरअसल, अरविंद केजरीवाल पर आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने अपने सरकारी बंगले के रिनोवेशन में 45 करोड़ रुपए खर्च कर दिए।
बड़े मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए केजरीवाल के घर को लेकर चर्चा
आम आदमी पार्टी की तरफ से इस मुद्दे पर बोलते हुए संजय सिंह ने कहा, “देश के गंभीर मुद्दों से, पुलवामा जैसे मुद्दों से, अडानी के महा घोटाले से लोगों का ध्यान हटाने के लिए कल से दिल्ली के मुख्यमंत्री के घर को लेकर चर्चा की जा रही है।” आप नेता ने आगे कहा, “यह घर जो दिल्ली के मुख्यमंत्री के लिए बना था वो 80 साल पुराना 1942 में बना था। एक नहीं तीन घटनाएं हुई उस घर के अंदर। एक में मुख्यमंत्री के माता-पिता जिस कमरे में रह रहे थे उसकी छत गिर गयी। दूसरी घटना में मुख्यमंत्री जिस कमरे में रहते हैं उसकी छत गिर गयी और तीसरी घटना में सीएम जहां लोगों से मिलते हैं उस कमरे की छत गिर गयी।”
AAP का कहना 30 करोड़ में तैयार हुआ घर
संजय सिंह ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, “इन सबके बाद PWD विभाग ने कहा कि इस घर को तोड़कर नया घर बनाने की जरूरत है और वो घर बनाया गया। जिस्क बाद 30 करोड़ की लागत से वो घर बनाया जिसे लेकर कल से चर्चा की जा रही है।” उन्होंने आगे कहा, “दिल्ली के लाटसाहब एलजी के घर की मरम्मत मात्र में 15 करोड़ खर्च हुए हैं। गुजरात के सीएम विजय रूपाणी का उड़नखटोला खरीदने में 191 करोड़ खर्च होते हैं। शिवराज सिंह चौहान का हवाई जहाज खरीदने में 65 करोड़ लगते हैं।”
पीएम मोदी का घर बनाने में खर्च हुए 500 करोड़
आप नेता ने आरोप लगाते हुए कहा, “भारत के शहंशाह-ए-आलम प्रधानमंत्री जो कहते हैं मैं तो फकीर हूं झोला उठाकर चल देता हूं उनका घर बनाने में 500 करोड़ खर्च होते हैं।
संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली के सीएम का यह घर 80 साल पुराना था। उन्होंने कहा, ' छत गिरने की एक नहीं तीन घटनाएं हो चुकी थीं। मुख्यमंत्री के माता-पिता जिस कमरे में रह रहे थे उसकी छत गिरी थी। मुख्यमंत्री के कमरे की छत गिरी। इसके बाद जहां मुख्यमंत्री लोगों से मिलते-जुलते हैं वहां की छत भी गिरी थी। इसके बाद पीडब्ल्यूडी ने नया घर बनाने को कहा। 30 करोड़ में वह घर बना।' संजय सिंह ने इस खर्च को सही ठहराते हुए कहा कि दिल्ली के एलजी के घर की मरम्मत में ही 15 करोड़ खर्च कर दिए गए। उन्होंने मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और गुजरात के पूर्व सीएम के लिए खरीदे गए हेलिकॉप्टर का खर्च भी गिनाया।
संजय सिंह ने केजरीवाल के बंगले पर खर्च हुई राशि को छोटा बताने के लिए इसकी तुलना पीएम आवास से की। उन्होंने दावा किया कि सेंट्रल विस्टा प्रॉजेक्ट में पीएम मोदी के लिए 500 करोड़ रुपए में घर बन रहा है और तब तक मौजूदा घर में 90 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। उन्होंने पीएम मोदी के सूट, पेन से लेकर चश्मे तक की कीमत गिनाई। उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी 12 करोड़ रुपए की कार में सफर करते हैं। आप सांसद ने कहा कि पीएम मोदी के लिए 8400 करोड़ रुपए का जहाज खरीदा गया है। भाजपा को जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इसकी भी खरीद कोरोना काल में ही की गई थी। उन्होंने कहा, 'मैं सुन रहा था भाजपा प्रवक्ता को लग रहा था कि अभी रो देंगे। कोरोना की महामारी का जिक्र कर रहे थे। भूल गए भाजपा के लोग जब कोरोना की महामारी से लोग मर रहे थे मोदी जी बंगाल के चुनाव में वोट मांग रहे थे। भूल गए 12 करोड़ की कार खरीदने का फैसला उसी वक्त हुआ था।'
क्या है पूरा विवाद?
दरअसल, मंगलवार को 'टाइम्स नाउ' चैनल ने पीडब्ल्यूडी के दस्तावेजों के आधार पर दावा किया कि कोरोना महामारी के दौर में अरविंद केजरीवाल के आवास पर करीब 45 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इसमें कहा गया कि लाखों रुपए के पर्दे और महंगे विदेशी मार्बल से आवास को सजाया गया। इसके बाद भाजपा और कांग्रेस ने 'आप' को घर लिया है। अरविंद केजरीवाल को उनकी पुरानी बातों की याद दिलाई जा रही है जिनमें वह कहते थे कि बड़ा घर या सरकारी गाड़ी नहीं लेंगे। खुद को एक आम आदमी के रूप में पेश करने वाले केजरीवाल की छवि के उलट इस दावे के बाद भाजपा ने उन्हें 'महाराज' कहकर तंज कसा है।