Home विदेश ईरान ने इजरायल को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर...

ईरान ने इजरायल को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर हमला हुआ तो हम भी छोड़ेंगे नहीं

9

तेहरान
ईरान ने इजरायल को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर हमला हुआ तो हम भी छोड़ेंगे नहीं। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने कहाकि ईरान के खिलाफ किसी भी इजरायली हमले का मतलब खतरे की रेखा पार करना होगा और इसका माकूल जवाब दिया जाएगा। अरागची ने तुर्की प्रसारक ‘एनटीवी’ को बताया कि ईरान पर किसी भी हमले का मतलब हमारे लिए लाल रेखा को पार करना है। हम ऐसे हमले का जवाब जरूर देंगे। ईरान की परमाणु सुविधाओं या किसी भी तरह के हमले पर प्रतिक्रिया दी जाएगी। गौरतलब है कि अमेरिका से लीक हुए कुछ डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक इजरायल ईरान पर हमले की तैयारी में जुटा हुआ है।

ईरानी विदेश मंत्री अरागची ने इस दौरान इजरायल पर किए गए हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहाकि हमने उस समय किसी भी आर्थिक या नागरिक सुविधाओं पर हमला नहीं किया था। हमने केवल सैन्य सुविधाओं को निशाना बनाया था। अब हमने इजरायल में अपने सभी लक्ष्यों की पहचान कर ली है। अगर इजरायल हमला करता है, तो हम उनके ठिकानों पर भी इसी तरह का हमला करेंगे। यह पूछे जाने पर कि इजरायल ने अभी तक ईरान के पिछले हमले का जवाब क्यों नहीं दिया है, मंत्री ने पूरी दुनिया द्वारा इजरायल पर डाले जा रहे भारी राजनयिक दबाव का हवाला दिया।

अरागची ने कहा कि इस क्षेत्र में पूर्ण पैमाने पर युद्ध छिड़ने की अत्यधिक संभावना है। देश क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण राजनयिक प्रयास कर रहे हैं। मेरा मानना ​​है कि इजरायली हमलों और क्षेत्र में बड़े पैमाने पर आपदा को रोकने के लिए कूटनीति का इस्तेमाल और युद्धविराम की घोषणा की जानी चाहिए। इसके बाद ही हम गाजा पट्टी और लेबनान के निवासियों की भलाई के बारे में बात कर सकते हैं।

गौरतलब है कि बीते दिनों लेबनान ने ड्रोन हमले से इजरायली प्रधानमंत्री के घर पर हमला किया गया। इस हमले के पीछे भी ईरान का हाथ बताया गया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। नेतन्याहू ने एक बयान में कहाकि ईरान के एजेंट, जिन्होंने आज मेरी और मेरी पत्नी की हत्या करने की कोशिश की, उन्होंने एक बड़ी गलती की है। उन्होंने लेबनान से ड्रोन हमले का जिक्र करते हुए कहा कि उसका लक्ष्य उत्तरी शहर कैसरिया में उनके निजी आवास को निशाना बनाना था।