नई दिल्ली
खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के 7 मई को तय चुनाव पर रोक लगाते हुए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) को 45 दिनों के भीतर नए सिरे से चुनाव कराने और तब तक दिन-दैनिक गतिविधियों को संचालित करने के लिए एक अस्थाई समिति बनाने को कहा है।
खेल मंत्रालय ने भारतीय ओलंपिक महासंघ के अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा है कि कुश्ती ओलंपिक खेलों में शामिल है और डब्ल्यूएफआई आईओए का सदस्य है। ऐसे में खिलाड़ियों को नुकसान न हो और निष्पक्ष चुनाव हो सकें, इसके लिए आईओए को उपयुक्त अंतरिम व्यवस्था करनी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि ओलंपिक पदक विजेता कुश्ती खिलाड़ियों और अन्य खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती महासंघ की और उसके अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। उन्होंने अध्यक्ष पर यौन दुर्व्यवहार और महासंघ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। इन्हीं मुद्दों पर यह खिलाड़ी दिल्ली के जंतर-मंतर पर रविवार से दूसरी बार धरने पर बैठ गए हैं।
मंत्रालय ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए चुनाव प्रक्रिया को रद्द माना जाना चाहिए और एक निष्पक्ष निकाय और रिटर्निंग ऑफिसर के तहत नए सिरे से चुनाव कराने चाहिए।
अपने पत्र में मंत्रालय की ओर से अवर सचिव तरुण पारीक ने बताया कि केन्द्र सरकार ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफटी) के अध्यक्ष, अधिकारियों और कुछ कोचों के खिलाफ कुछ प्रमुख एथलीटों द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद एक निगरानी समिति (ओसी) नियुक्त की थी। निगरानी समिति ने अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंप दी है और इसकी जांच जारी है।
उन्होंने कहा कि हालांकि, रिपोर्ट की प्रारंभिक जाँच से कुछ निष्कर्ष निकाले जा सकते हैं। जांच में पाया गया है कि यौन उत्पीड़न से जुड़े मामलों के लिए एक विधिवत गठित आंतरिक शिकायत समिति नहीं है। महासंघ और हितधारकों के बीच अधिक पारदर्शिता और परामर्श की आवश्यकता है। महासंघ और खिलाड़ियों के बीच प्रभावी संवाद व्यवस्था की आवश्यकता है।
दिल्ली पुलिस ने डब्ल्यूएफआई प्रमुख पर आरोपों की जांच कर रही समिति से रिपोर्ट मांगी
दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए खेल मंत्रालय द्वारा गठित जांच समिति से रिपोर्ट मांगी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि अभी तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ सात शिकायतें मिली हैं और उन सभी की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही प्राथमिकी दर्ज की जायेगी। उन्होंने कहा, ‘‘’जांच के तहत हमने डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए खेल मंत्रालय द्वारा गठित जांच समिति से रिपोर्ट मांगी है।’’
देश के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कई नामी पहलवान बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाली निगरानी समिति के निष्कर्षों को सार्वजनिक करने की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने सिंह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए दिग्गज मुक्केबाज एमसी मेरीकॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय निगरानी समिति की घोषणा की थी।