सूडान
सूडान में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत सरकार लगातार कोशिश कर रही है। इसी दिशा में भारतीय नौसेना ने गश्ती जहाज को सूडान में भेजा है। यह जहाज सूडान के बंदरगाह पर पहुंच गया है। लेकिन जिस तरह से हालात यहां पर हैं उसकी वजह से लोगों को बाहर निकाल पाना काफी मुश्किल और जोखिमभरा मिशन होगा। इसके साध ही भारतोय वायुसेना ने भी दो ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट को सऊदी अरब के जेद्दा में तैनात कर रखा है। भारत लगातार सूडान के खार्तूम में जमीनी हालात पर नजर बनाए हुए हैं और यहां की स्थिति को देखते हुए ही आगे के मिशन को अंजाम दिया एगा।
गौर करने वाली बात है कि सूडान में सूडान आर्म्ड फोर्सेस और रैपिड सपोर्ट फोर्सेस के बीच टकराव चल रहा है। जनरल अप्देल फतह अल बुरहान की अगुवाई वाली एसएफ और जनरल मोहम्मद हमदान दगालो की अगुवाई वाली आरएसएफ के टकराव चल रहा है। ईद के मौके पर सीजफायर का ऐलान होने के बाद भी यह टकराव खत्म नहीं हो रहा है।
'सूर्य ग्रहण' के बाद श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई डुबकी, जानें क्या है इसका महत्व विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि आपात योजना तैयार है, लेकिन जमीनी स्तर पर किसी भी ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए सुरक्षा व्यवस्था एक बड़ी चुनौती बना हुआ है, लगातार जमीनी हालात बिगड़ते जा रहे हैं, खारतूम में कई ठिकानों पर भयंकर लड़ाई चल रही है। सूडान में फिलहाल सभी विदेशी विमानों के लिए एयरस्पेस बंद है। इसे भी पढ़ें- सूडान में जारी हिंसा के बीच फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत तैयार, जेद्दा में स्टैंडबाय मोड पर विमानइसे भी पढ़ें- सूडान में जारी हिंसा के बीच फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत तैयार, जेद्दा में स्टैंडबाय मोड पर विमान भारतीय नौसेना ने आईएनएस सुमेधा को पोर्ट सूडान भेजा है, जोकि सूडान की राजधानी खारतूम से 813 किलोमीटर दूर है। सूडान का मुख्य बंदरगार जेद्दा इस्लामिक पोर्ट से 173 नॉटिकल माइल्स दूर है। फिलहाल वायुसेना के दो एयरक्राफ्ट सी-130 जेद्दा में तैनात हैं। विदेश मंत्रालय और खारतूम में भारतीय दूतावास लगातार सूडान के प्रशासन के संपर्क में हैं। इसके साथ ही युनाइटेड नेसंश, सऊदी अरब, यूएई, मिश्र और अमेरिका के साथ भी भारत लगातार सूडान के हालात को लेकर संपर्क में है। सूडान में फंसे अमेरिकी अधिकारिओं और राजनयिकों को निकालने के लिए अमेरिका ने शनिवार को हेलीकॉप्टर भेजे हैं।