नई दिल्ली
सूडान इस समय गृह युद्ध से जूझ रहा है। सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच जारी संघर्ष में अब तक 400 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जबकि 3500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। राजधानी खार्तूम में मुख्य हवाई अड्डा सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच लड़ाई का स्थल रहा है। खार्तूम से 850 किलोमीटर दूर लाल सागर पर पोर्ट सूडान से कई देश अपने नागरिकों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
भारत ने सूडान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए निकासी अभियान चलाने की तैयारी पूरी कर ली है। भारतीय वायु सेना के दो सी-130जे विमान जेद्दा (सऊदी अरब) में तैनात किए गए हैं, जबकि आइएनएस सुमेधा को सूडान बंदरगाह की तरफ रवाना कर दिया गया है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि वह सूडान से भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाने के लिए हरसंभव कोशिश में जुटा है।
एक तरफ विदेश मंत्रालय के अधिकारी सूडान के संबंधित अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं, तो दूसरी तरफ अधिकारियों का एक पूरा दल सूडान के आसपास के देशों के संर्पक में है। मंत्रालय का कहना है कि नागरिकों की निकासी सुरक्षा स्थिति पर निर्भर करेगी।
संयुक्त राज्य अमेरिका
अमेरिकी सेना ने रविवार को खार्तूम से अमेरिकी दूतावास के कर्मचारियों को निकालने के लिए तीन चिनूक हेलीकॉप्टर भेजे। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि उन्होंने 'गंभीर और बढ़ते सुरक्षा जोखिमों' के कारण कर्मचारियों और उनके परिवारों को सूडान से निकलने का आदेश दिया है, जहां पहले से ही सैकड़ों लोग मारे गए हैं, जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं।