बरेली
बरेली में भाजपा ने एक बार फिर उमेश गौतम पर दांव लगाया है। लंबी जद्दोजहद के बाद पार्टी हाईकमान ने ब्राह्मण चेहरे उमेश गौतम को मेयर का उम्मीदवार घोषित कर दिया। मेयर का टिकट मांग रहे दूसरे दावेदारों पर उमेश गौतम भारी पड़े। नगर निगम के विकास कार्यों को लेकर शासन तक तारीफ हुई थी। जिसका लाभ उमेश गौतम को मिला।
उमेश गौतम ने 2017 में भाजपा के टिकट पर मेयर का चुनाव जीता था। गौतम ने 17 साल बाद मेयर सीट पर भाजपा का कब्जा कराने में कामयाबी हासिल की थी। उमेश गौतम ने सपा के आईएस तोमर को 12 हजार से अधिक वोटों से मात दी थी। इस बार भाजपा में मेयर के टिकट को लेकर ज्यादा माथापच्ची हुई। मेयर का 35 दावेदारों ने टिकट मांगा। वैश्य, पंजाबी, ब्राह्मण समेत कई समाज के लोगों ने टिकट की मांग की। कई दिन तक स्क्रीनिंग कमेटी ने मशक्कत के बाद 3 प्रमुख दावेदारों की सूची 13 अप्रैल को लखनऊ भेजी थी। तीन दावेदारों में से एक नाम तय करने में हाईकमान को काफी कसरत करनी पड़ी। नामों की सूची कभी दिल्ली तो कभी लखनऊ के चक्कर काटती रही। दावेदारों ने भी पैरवी में कसर नहीं छोड़ी। टॉप थ्री में शामिल रहे डा. पागरानी और डा. केएम आरोड़ के नाम की भी खूब चर्चा में रहे। रविवार शाम को हाईकमान ने उमेश गौतम के नाम पर फाइनल मुहर लगा दी। उमेश के सामने कोई मजबूती से नहीं टिक सका। बरेली के जनप्रतिनिधियों को साधने में भी उमेश गौतम कामयाब हो गए।
उमेश के कार्यकाल में स्मार्ट सिटी में शामिल हुआ बरेली डॉ उमेश गौतम ने कार्यकाल बरेली स्मार्ट सिटी की सूची में शामिल हुआ। उमेश गौतम ने 2017 के मेयर के चुनाव जीतने बाद टैक्स में छूट देने का वादा पूरा किया। 4 मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण भी हुआ। सीसी कैमरे लगवाए गए। नई बिल्डिंग में मॉनिटरिंग के लिए सेंट्रल कमांड कंट्रोल सिस्टम बनाया।