प्रयागराज
पिछले साल हुए यूपी विधानसभा चुनाव में प्रयागराज शहर दक्षिणी से बतौर सपा प्रत्याशी कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के खिलाफ चुनाव लड़े रईस चंद्र शुक्ला शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने महापौर प्रत्याशी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय में आयोजित समारोह में उन्हें पार्टी में शामिल किया। रईस शुक्ला की ज्वाइनिंग के कुछ देर बाद ही कैबिनेट मंत्री नंदी ने इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोग पार्टी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चलाना चाहते हैं और अपनी हठधर्मिता से पार्टी को लगातार क्षति पहुंचा रहे हैं। वह उनके मनमाने रवैये की घोर निंदा करते हैं। मंत्री नंदी ने आगे कहा कि उन्हें विश्वास में लेना तो दूर बिना कोई औपचारिक सूचना दिए ही उनके खिलाफ चुनाव लड़कर बुरी तरह से हारे रईस चंद्र शुक्ला को भाजपा में ज्वाइन कराने का कार्यक्रम अपमानजनक और आपत्तिजनक है। यह रवैया पार्टी की मूल वैचारिकी और कार्यपद्धति के पूर्णत विपरीत है।
कैबिनेट मंत्री नंदी के इस बयान पर जब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से पूछा गया तो उन्होंने किसी भी प्रकार की टिप्पणी से साफ इनकार कर दिया। हालांकि मंत्री नंदी ने स्पष्ट किया है कि उनका संगठन से कोई विरोध नहीं है। संगठन में वो जैसे काम करते थे, वैसे ही करते रहेंगे। उन्होंने अपना पक्ष रखा है। संगठन को इस पर निर्णय लेना है। उनका विरोध बस इस बात को लेकर है कि जिस प्रत्याशी को उन्होंने हराया था, उसे पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराने से पहले एक बार उनसे पूछ लेना चाहिए था। कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि कुछ लोग पार्टी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चलाना चाहते हैं और अपनी हठधर्मिता से पार्टी को लगातार क्षति पहुंचा रहे हैं।
मंत्री नंदी के बयान से चढ़ा शहर का सियासी पारा
कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के इस बयान से सियासी पारा चढ़ गया है। उनका यह बयान दो मायनों में काफी महत्वपूर्ण है। अव्वल तो यह कि उन्होंने जिस कार्यक्रम को लेकर बयान दिया है उस कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मौजूद थे। दूसरा यह कि उनका यह बयान तब आया है जब पार्टी नगर निकाय चुनाव में अपने प्रत्याशियों को जीताने की जोर आजमाइश कर रही है।
भाजपा के नेता आम तौर पर इस तरह का बयान नहीं देते हैं। मंत्री का यह बयान इस बात का साफ संकेत है कि वह इस मसले से काफी दुखी हैं। बता दें कि मंत्री नंदी इलाहाबाद दक्षिणी सीट से वर्ष 2007 के चुनाव में भी जीत चुके हैं। उस वक्त वह बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। कांग्रेस के टिकट पर इलाहाबाद संसदीय सीट से चुनाव लड़े थे। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर इलाहाबाद दक्षिणी सीट से दावेदारी की थी। उन्होंने चुनाव भी जीता और प्रदेश सरकार की कैबिनेट में भी पहुंचे। वर्ष 2022 के चुनाव में जीत के बाद प्रदेश सरकार ने जिले से केवल एक विधायक नंद गोपाल गुप्ता नंदी को ही मंत्रिमंडल में शामिल किया है। ऐसे में उनके बयान से सियासी हलचल बढ़ गई है।
अच्छे काम के लिए पूछा नहीं जाता रईस
सपा से भाजपा में शामिल होने वाले रईस चंद्र शुक्ला ने स्पष्ट कहा कि अच्छे काम के लिए किसी से पूछा नहीं जाता। बताया वो और उनके पिता लंबे समय से संगठन में शामिल रहे। केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार ने पूर्व ने जितना विकास किया, खासकर प्रयागराज का, उतना किसी ने नहीं किया। उन्होंने कहा कि ज्वाला देवी इंटर कॉलेज के वो आज भी अध्यक्ष हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी के समय में भी उनका पार्टी से जुड़ाव रहा है। ऐसे में वो वापस पार्टी में आए हैं।