पटना
राजधानी पटना में शुक्रवार को अलविदा की नमाज के बाद पटना जंक्शन स्थित जामा मस्जिद के पास माफिया अतीक अहमद के समर्थन में नारेबाजी करने वाले रईस आजम को पुलिस ने नोटिस दिया। शनिवार को सीआरपीसी की धारा 107 के तहत नोटिस तामिला कराया गया। उससे बांड भरवाया गया है। उधर, मामले की जांच फिलहाल जारी है। पुलिस पूरे मामले पर नजर रख रही है। आरोपित के प्रतिबंधित व संवेदनशील क्षेत्रों में जाने पर रोक लगा दी गई है। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत में मारे गए बाहुबली अतीक अहमद के समर्थन में रईस आजम ने नारेबाजी की थी। इस दौरान कुछ अन्य लोग भी उसका समर्थन करते दिखे थे। यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था।
रईस आजम को नोटिस, कई तरह के प्रतिबंध लगे
घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली थानेदार संजीत कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। बाद में नारा लगाने वाले की पहचान बाकरगंज निवासी रईस के रूप में हुई थी। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में जामा मस्जिद के अध्यक्ष व अन्य स्थानीय लोगों ने बताया था कि मुस्लिम समुदाय का कोई व्यक्ति उसके साथ नहीं था। जिसके बाद अनुमंडल अधिकारी के निर्देश पर नारेबाजी करने वालों पर निरोधात्मक कार्रवाई की गई। आरोपी रईस आजम ने अतीक अमर रहें, मोदी-योगी मुर्दाबाद के नारे लगाए थे। रईस की पटना जंक्शन के पास की बैग की दुकान है।
प्रयागराज में हुई थी अतीक-अशरफ की हत्या
अतीक को शहीद बनाते की इस नारेबाजी पर जमकर विरोध हुआ था। बीजेपी ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा था। और कई सवाल खड़े किए थे। आपको बता दें यूपी के प्रयागराज में मेडिकल कराने के दौरान अतीक की पुलिस कस्टडी और मीडिया के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जब अतीक और उसका भाई अशरफ मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। तभी पत्रकार बनकर आए तीन लड़कों ने ताबड़तोड़ गोलियां मारकर दोनों की हत्या कर दी थी। चंद दिन पहले ही उमेश पाल मर्डर केस में अतीक के बेटे असद का पुलिस ने एनकाउंटर किया था।