Home राज्यों से बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने दावा किया- बाढ़ की स्थिति...

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने दावा किया- बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए बिहार सरकार सजग

12

पटना
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने दावा किया है कि सरकार किसी भी बाढ़ से निपटने को तैयार है। कुछ जगह जनता थोड़ी नाराज है लेकिन ये उनके लिए एक अग्नि परीक्षा है। साथ ही उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बिहार दौरे को उत्साह बढ़ाने वाला बताया।

शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जेपी नड्डा का बिहार आना संगठन की मजबूती के लिए महत्वपूर्ण है। संगठन का महापर्व चल रहा है, इस दौरान जिन कार्यकर्ताओं ने संगठन सक्रियता दिखाई है, उन्हें उनका स्नेह और मार्गदर्शन मिलेगा।

बिहार में बाढ़ की ताजा स्थिति पर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं की नाराजगी इस बार बिहार में कुछ अधिक ही देखने को मिल रही है। सरकार किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से सजग है। हम लोगों ने आरा और लखीसराय समेत कई स्थानों का दौरा किया है। बाढ़ का जलस्तर कभी कम होता है, कभी बढ़ता है, लेकिन इस बार स्थिति थोड़ी बदलती हुई नजर आ रही है।

उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह एक अग्नि परीक्षा है। शासन और प्रशासन के लोग आपदा से पीड़ित लोगों की सेवा के लिए तत्पर हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का साफ कहना है कि खजाने पर पहला अधिकार आपदा से पीड़ित लोगों का है। सेवा में कोई कमी नहीं रहेगी।

पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा स्मार्ट मीटर को लेकर दिए गए बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव बड़े अनुभवी व्यक्ति हैं और भ्रष्टाचार के हर तंत्र और मंत्र को जानते हैं। अगर उन्हें जानकारी है कि स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी है, तो यह सवाल उठता है कि जब वह सत्ता में थे, तब उन्होंने इस मुद्दे पर कोई आपत्ति क्यों नहीं जताई, उनके समय में भी यह अभियान तेजी से चल रहा था।

उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर बिजली चोरी को रोकने के लिए लाए गए हैं और ये एक नई तकनीक है। अगर इसमें कोई कमी या खामी है, तो उनकी जिम्मेदारी है कि वह उसे उजागर करें। सरकार इसे गंभीरता से स्वीकार कर सुधार करेगी, आरोप लगाना आसान है। उन्होंने आगे कहा कि आपने देखा होगा कि तेजस्वी यादव पुल-पुलिया पर आरोप लगाते हैं। लेकिन, जब उसकी तहकीकात की जाती है, तो कई बार यह सामने आता है कि जिन कार्यों पर आरोप लगाए गए हैं, वह उनके माता पिता के शासन में बने होते हैं।