Home मध्यप्रदेश भारिया जनजातीय समुदाय के संवाद कार्यक्रम को राज्यपाल पटेल ने किया संबोधित

भारिया जनजातीय समुदाय के संवाद कार्यक्रम को राज्यपाल पटेल ने किया संबोधित

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भोपाल

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने ग्राम सिधौली में आयोजित भारिया जनजातीय समुदाय के  संवाद कार्यक्रम संबोधित करते हुये कहा कि प्रत्येक जनजातीय व्यक्ति के विकास के लिए राज्य एवं केंद्र सरकार कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जन-मन योजना के माध्यम से विशेष पिछड़ी जनजातियों को प्राथमिकता के आधार पर योजनाओं के लाभ से लाभान्वित करने का कार्य सम्पूर्ण देश के साथ मध्यप्रदेश में भी अभियान के रूप से चलाया जा रहा हैं। उन्होंने कहा योजना से मध्यप्रदेश की बैगा, भारिया एवं सहरिया विशेष पिछड़ी जनजातीय बसाहटों में सड़क, बिजली, पानी, स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके अतिरिक्त जनजातीय परिवारों को सभी मूलभूत योजनाओं का लाभ सुनिश्चित किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि योजना के लाभ लेकर विशेष पिछड़ी जनजातीय वर्ग के व्यक्तियों का जीवन सरल हो सकेगा तथा योजना का लाभ लेकर भी समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकेगें।

सिकल सेल रोग के प्रति व्यापक जागरूकता की आवश्यक है

      राज्यपाल पटेल ने कहा है कि सिकल सेल एनीमिया के उन्मूलन के लिए व्यापक जागरूकता आवश्यक है। सिकल सेल एनीमिया के प्रभावी रोकथाम के लिए प्रबंधन और इलाज में हर समुदाय और व्यक्ति को सहभागी बन कर मानवता की सेवा करनी होगी। राज्यपाल पटेल ने कहा कि केन्द्र सरकार ने वर्ष 2025 तक भारत को टीबी और वर्ष 2047 तक सिकल सेल एनीमिया मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। इसे पूरा करने के लिए हम सभी को आगे आना होगा और सरकार का सहयोग करना होगा।

      राज्यपाल पटेल ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया अनुवांशिक रोग है। इसके उन्मूलन के लिए हर परिवार में जाकर कॉउंसलिंग एवं स्क्रीनिंग करना होगा। साथ ही आँगनवाड़ी केंद्रों में गर्भवती महिलाओं की जाँच करते समय उनके परिवार की बीमारी का इतिहास भी पता करना होगा। उन्होंने कहा कि आँगनवाड़ी केन्द्र, प्राथमिक, माध्यमिक, हायर सेकेंडरी स्कूल और कॉलेजों में जाकर बच्चों की भी समय-समय पर सिकल सेल एनीमिया की जाँच करनी होगी। उन्होंने केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा सिकल सेल एनीमिया के उन्मूलन के लिए चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों और नीतिगत प्रावधानों की जानकारी भी दी।

प्रत्येक बच्चें को करें शिक्षित

 राज्यपाल पटेल ने उपस्थित लोगों से अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से शिक्षित करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति शिक्षित होकर ही समाज में आगे बढ़ सकता हैं। उन्होंने कहा कि अब पैसो की कमी शिक्षा की राह में बाधा नहीं हैं, छात्र-छात्राओं की शिक्षा के लिए राज्य एवं केंद्र सरकार अनेक योजना संचालित कर रही हैं। जिनका लाभ लेकर कोई भी व्यक्ति बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकता हैं। राज्यपाल पटेल ने प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना एवं उज्जवला योजना के लाभों के बारे में बताया।

स्थानीय सांसद विवेक बंटी साहू ने कार्यक्रम को संबोधित कर कहा कि सिकल सेल उन्मूलन कार्यक्रम एवं प्रधानमंत्री जन-मन योजना के क्रियान्वयन की दिशा में जिलें में विशेष प्रयास किये जा रहें हैं। उन्होंने बताया कि सिकल सेल ग्रसित व्यक्तियों के चिन्हांकन एवं त्वरित रोगोपचार के लिए सम्पूर्ण जिलें में विशेष स्वास्थ्य शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। अमरवाड़ा विधायक कमलेश प्रताप शाह एवं पूर्व अध्यक्ष भारिया विकास प्राधिकरण श्रीमती उर्मिला भारती ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।

हितलाभ किया गया वितरित

राज्यपाल पटेल ने प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वामित्व योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड सहित अन्य स्वरोजगार मूलक योजनाओं के हितग्राहियों के साथ ही जेईई नीट परीक्षा की तैयारियों के लिए बच्चों को पुस्तकों का वितरण प्रतीकात्मक रूप से किया।

 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र छिंदी में आयोजित स्वास्थ्य शिविर का किया अवलोकन

 राज्यपाल पटेल छिन्दवाड़ा जिलें के विकासखण्ड तामिया के ग्राम छिन्दी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छिन्दी में आयोजित सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन शिविर का अवलोकन किया। उन्होंने शिविर की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए स्क्रीनिंग के लिए पहुँचे ग्रामीणों से चर्चा कर सभी को प्रोत्साहित किया। राज्यपाल पटेल ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भी निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी, जनरल वार्ड, स्टोर रूम के अतिरिक्त टेली कंसल्टेंट कक्ष सहित अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं का अवलोकन करते हुए स्वास्थ्य केंद्र में उपचाररत तथा उपस्थित बच्चों से आत्मीय संवाद किया। उन्होंने अनुवांशिक रोग सिकल सेल ग्रसित बच्चों एवं उनके परिजनों से संवाद कर चिकित्सकों की देखरेख में सभी जरूरी दवाइयां लेकर रोगोपचार के लिए प्रेरित किया।

राज्यपाल पटेल ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया से प्रभावित बच्चे नियमित योग एवं कसरत करें। घर के पौष्टिक खाने को महत्व दें और सादा सात्विक भोजन करें। उन्होंने बच्चों को फास्ट फूड एवं अन्य तेलीय आहार के सेवन से बचने की सलाह भी दी।

आंगनवाड़ी केन्द्र पहुंचकर बच्चों एवं धात्री महिलाओं से की भेंट

 राज्यपाल पटेल ने आंगनवाड़ी केन्द्र बड्डाढाना छिन्दी का निरीक्षण किया। उन्होंने उपस्थित बच्चों एवं धात्री महिलाओं से चर्चा की। राज्यपाल पटेल ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका से केन्द्र में दर्ज बच्चों तथा विभाग की ओर प्रदान की जाने वाली पोषण आहार के संबंध में जानकारी प्राप्त की साथ ही केन्द्र में पोषण आहार संबंधी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। राज्यपाल ने उपस्थित बच्चों को टॉफियां तथा धात्री महिलाओं को भेंट का वितरण भी किया गया। उन्होंने विभागीय अमले को गर्भवती महिलाओं, किशोरियों एवं बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कर आवश्यक सलाह एवं उपचार देने के निर्देश दिए।

पार्क की प्रमुख विशेषताएं

पुरानी लकड़ियों, बांस और कवेलू से रचनात्मक बाउंड्री वॉल तैयार की गई है। पुराने टायर, बांस और बैरल से कुआं, गमले और बैठने की जगहों का निर्माण किया गया है। ईंटों और कवेलू से सुंदर और सुसज्जित पैदल पथ का निर्माण किया गया है। पुरानी साइकिलों को रंग कर पार्क में शो-पीस के रूप में सजाया गया है। लोहे की सामग्रियों से कलात्मक ढंग से खूबसूरत कलाकृतियां बनाई गई हैं। पुरानी बेंचों का पुनः उपयोग करके आरामदायक बैठने की जगहें तैयार की गई हैं। पुरानी बेकार वस्तुओं का रचनात्मक ढंग से उपयोग में लाते हुए, पार्क को न केवल सजावटी बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी बनाया गया है।

कबाड़ से बनाये गए पर्यावरण और स्वच्छता का संदेश

यह स्वच्छता पार्क पूरे प्रदेश के लिए एक प्रेरणा स्रोत के रूप में काम करेगा, जहाँ बेकार वस्तुओं के रचनात्मक उपयोग से स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नए आयाम स्थापित किए गए हैं। 'कबाड़ से जुगाड़' की इस अवधारणा ने दिखाया है कि कैसे अनुपयोगी वस्तुओं को रचनात्मकता के साथ उपयोगी और आकर्षक बनाया जा सकता है।

पार्क से दिया पर्यावरण स्वच्छता का संदेश

यह स्वच्छता पार्क पूरे प्रदेश के लिए एक प्रेरणा स्रोत के रूप में काम करेगा, जहाँ बेकार वस्तुओं के रचनात्मक उपयोग से स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नए आयाम स्थापित किए गए हैं। "कबाड़ से जुगाड़" की इस अवधारणा ने दिखाया है कि कैसे अनुपयोगी वस्तुओं को रचनात्मकता के साथ उपयोग और आकर्षक बनाया जा सकता है।