पटना
विवादों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने चहेते मंत्री अशोक चौधरी का पार्टी में कद बढ़ा दिया है. सीएम ने उनको जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव की बड़ी जिम्मेदारी दी है. इस बाबत राष्ट्रीय महासचिव और विधान परिषद के सदस्य आफाक अहमद खान ने लेटर जारी किया है. उस पत्र में ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी को राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त करने की जानकारी दी गई है.
अशोक चौधरी बने जेडीयू महासचिव: जेडीयू महासचिव ने जो लेटर जारी किया है, उसमें लिखा है कि जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तत्काल प्रभाव से बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है.
अशोक चौधरी का जेडीयू में कद बढ़ा
काफी समय से विवादों में अशोक चौधरी: बिहार सरकार के ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी इन दिनों विवादों में हैं. पहले जहानाबाद में जेडीयू कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर भूमिहार समाज को वोट नहीं देने के मामले में निशाना साधने के कारण वह विवाद में आ गए थे. उसके बाद अभी 2 दिन पहले सोशल मीडिया पर एक कविता को लेकर जेडीयू नेताओं के निशाने पर आ गए थे. हालांकि बाद में उन्होंने सीएम से मिलकर उन्हें अपना 'मानस पिता' बताया था.
नीतीश कुमार के साथ अशोक चौधरी
नीतीश कुमार के करीबी हैं चौधरी: मंत्री अशोक चौधरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बेहद करीबी माना जाता है. 2017 में जब सीएम ने महागठबंधन का साथ छोड़ा था, तब वह कांग्रेस से इस्तीफा देकर जेडीयू में शामिल हुए थे. वह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. हालिया लोकसभा चुनाव में उनकी पुत्री शांभवी चौधरी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के टिकट पर समस्तीपुर (सुरक्षित) सीट से चुनाव जीतीं हैं. उन्होंने जेडीयू नेता और मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी को हराया था.
अशोक चौधरी का विवादित बयान क्या था?
बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कविता लिखी थी- “बढ़ती उम्र में इन्हें छोड़ दीजिए।। एक दो बार समझाने से यदि कोई नहीं समझ रहा है तो सामने वाले को समझाना “छोड़ दीजिए”। बच्चे बड़े होने पर वो ख़ुद के निर्णय लेने लगे तो उनके पीछे लगना, छोड़ दीजिए।”
मंत्री अशोक चौधरी के इस पोस्ट से माना गया कि उन्होंने सीएम नीतीश की बढ़ती उम्र पर निशाना साधा। जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने अशोक चौधरी के इस पोस्ट पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश को किसी के सुझाव की जरूरत नहीं है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हुई थी मुलाकात
विवाद के बाद मंत्री अशोक चौधरी की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात हुई थी। डेढ़ घंटे तक चली मुलाकात के बाद सीएम हाउस से निकलने के बाद अशोक चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ तस्वीर शेयर की थी। जिसमें अशोक चौधरी ने लिखा था, ‘कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना..’।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025
बिहार में विधानसभा चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने की उम्मीद है। पिछले विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2020 में हुए थे। चुनाव के बाद, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने राज्य में सरकार बनाई, जिसमें नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने। अगस्त 2022 में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडी(यू) ने एनडीए से नाता तोड़ लिया और आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ सरकार बना ली। हालांकि, जनवरी 2024 में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जेडी(यू) ने फिर से आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन से नाता तोड़ लिया और फिर से बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के साथ सरकार बना ली।