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अतीक-अशरफ हत्‍याकांड का मास्‍टरमाइंड कौन? सच जानने के लिए आरोपियों का नार्को टेस्‍ट करा सकती है एसआईटी

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 प्रयागराज
  उमेश पाल हत्‍याकांड में सीसीटीवी में कैद हुए छह शूटरों को सबने देख और पुलिस की जांच में इस शूटरों से कहीं ज्‍यादा साजिशकर्ता और मददगार बेनकाब हो गए। वहीं अतीक-अशरफ हत्‍याकांड में तीन शूटर कैमरों में कैद हुए लेकिन पुलिस अभी तक एक भी साजिशकर्ता का नाम पुख्‍ता तौर पर सामने नहीं ला सकी है। हत्यारोपित अरुण, सनी और लवलेश को कस्टडी रिमांड पर लेकर एसआईटी पूछताछ कर रही है। तीनों में से अतीक की हत्या की साजिश रचने और विदेशी पिस्टल किसने मुहैया कराई, जैसे सवाल पूछे जा रहे हैं। अगर इन तीनों ने राज नहीं खोला तो पुलिस इनका नार्को टेस्ट या पॉलीग्राफी टेस्ट करा सकती है। एसआईटी ने पूरी तैयारी कर ली है। एसआईटी सीबीआई की तरह की जांच को आगे बढ़ा रही है। इस बात का दबाव बना हुआ है कि इस प्रकरण की न्यायिक आयोग के सदस्य जांच कर रहे हैं।

उमेश पाल की हत्या करने वाले छह शूटर फुटेज में दिखे। पुलिस ने अपनी जांच में इन शूटरों से ज्यादा साजिशकर्ता और मददगारों के नामों का खुलासा किया है। अब तक एक दर्जन से अधिक आरोपितों के नाम प्रकाश में आ चुके हैं। इनमें पांच महिलाएं भी हैं। वहीं माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या में मौके पर समर्पण करने वाले तीन शूटरों के अलावा अब तक किसी भी साजिशकर्ता का नाम सामने नहीं आया। माफिया भाइयों की हत्या की जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी अतीक-अशरफ को गोली मारने के आरोपित अरुण मौर्य, सनी सिंह और लवलेश तिवारी को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है।

बावजूद इसके अब तक उस साजिशकर्ता का नाम सामने नहीं आया जिसने अतीक की हत्या कराई। यह भी पता नहीं चला कि इस हमले में पकड़े गए तीनों शूटरों का मददगार कौन है? आखिर किसी ने तो इनकी मदद की होगी। असलहा मुहैया कराया होगा। एसआईटी ने अभी तक इसे अति गोपनीय रखा है। उसके नाम का खुलासा नहीं किया है। तीनों आरोपितों का बयान चल रहा है। वहीं उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने अतीक अहमद, उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन, भाई अशरफ, अतीक के बेटों, शूटर गुलाम और बमबाज गुड्डू मुस्लिम को नामजद किया था। पुलिस ने जांच के बाद शूटरों के नाम का खुलासा किया। अतीक के बेटे असद, गुलाम, गुड्डू, अरमान, विजय चौधरी, साबिर शूटर बताए गए। शूटरों की कार अरबाज चला रहा था।

वहीं धूमनगंज पुलिस ने अपनी विवेचना में साजिश रचने और मदद करने के आरोप में मुस्लिम बोर्डिंग हाउस से सदाकत, नियाज, मो. सजर, अरशद कटरा, कैश, राकेश, शाहरुख और डॉ. अखलाक को गिरफ्तार कर जेल भेजा। अरबाज, विजय चौधरी उर्फ उस्मान, असद और गुलाम पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके है। जांच की अगली कड़ी में अतीक के वकील खान सौलत हनीफ, बहन आयशा नूरी, दो भांजी और अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा भी आरोपित बनी।