नई दिल्ली.
माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने लेगेसी (legacy) वेरिफाइड अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिए हैं. यानी ऐसे अकाउंट जिन्हें ट्विटर की पेड सर्विस लिए बिना ही ब्लू अकाउटं मिला हुआ था. उन अकाउंट्स से अब ब्लू टिक हटाया जा चुका है. इस क्रम में बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, सलमान खान, अक्षय कुमार से लेकर क्रिकेट जगत के दिग्गज विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और भारतीय सियासत के बड़े नाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और UP की पूर्व सीएम मायावती के ट्विटर अकाउंट से भी ब्लू टिक हट गया है.
दरअसल, ट्विटर के मालिक एलॉन मस्क ने 12 अप्रैल को ही ऐलान कर दिया था कि 20 अप्रैल से सभी लेगेसी वेरिफाइड अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिए जाएंगे. अब उन्हें ही यह सुविधा मिलेगी, जो ब्लू टिक के लिए पैसे खर्च कर मंथली प्लान लेंगे. इसके बाद 20 अप्रैल की रात 12 बजते ही सभी लेगेसी अकाउंट्स से ब्लू टिक हट गया.
पहले क्या थी ट्विटर की पॉलिसी?
ट्विटर पहले राजनेताओं, अभिनेताओं, पत्रकारों समेत मशहूर हस्तियों के अकाउंट्स पर ब्लू टिक देता था. इसके लिए कोई चार्ज नहीं देना पड़ता था, लेकिन एलन मस्क के ट्विटर खरीदने के बाद कंपनी ने कई बड़े बदलाव किए हैं.
क्या है ब्लू टिक पेड सर्विस?
दरअसल, ट्विटर ने पेड ब्लू टिक सर्विस शुरू की है. शुरुआत में इसे अमेरिका, यूके, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में लॉन्च किया गया. इसके बाद भारत में भी इसकी शुरुआत हुई. इसके तहत जो लोग इस सर्विस के लिए भुगतान करेंगे, वे ही अपने अकाउंट्स पर ब्लू टिक ले सकेंगे.
अब कैसे मिलेगा ब्लू टिक?
अगर कोई यूजर ब्लू टिक चाहता है, या पहले से मिले ब्लू टिक को बरकरार रखना चाहता है, तो उसे ट्विटर ब्लू का सब्सक्रिप्शन लेना होगा. भारत में ट्विटर ब्लू का सब्सक्रिप्शन 650 रुपये से शुरू होता है. मोबाइल यूजर्स के लिए यह 900 रुपये प्रति महीना है.
रेवेन्यू जेनरेट करने के लिए सर्विस
ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन के बाद भी मस्क रूकेंगे नहीं. क्योंकि उन्होंने ट्विटर खरीदने में काफी पैसा लगाया है. ऐसे में वो चाहेंगे कि ट्विटर से वो पैसे कमाएं. चूंकि काफी समय से ट्विटर ज्यादा फायदे में नहीं था, इसलिए अब वो नए नए फैसले लेकर पैसे कमाने की कोशिश करेंगे.
एलॉन मस्क ने क्या बदलाव किए?
ट्विटर पर पहले वेरिफाइड अकाउंट्स पर सिर्फ ब्लू टिक दिया जाता था. कंपनी अब तीन तरह के मार्क दे रही है. ट्विटर पर सरकार से संबंधित खातों को ग्रे टिक, कंपनियों को गोल्डन टिक और अन्य वेरिफाइड अकाउंट्स को ब्लू टिक दिया जा रहा है.