Home विदेश पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले मालदीव के मंत्रियों का इस्ताफा

पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले मालदीव के मंत्रियों का इस्ताफा

13

माले
 मालदीव के चीन परस्त राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की सरकार ने मंगलवार को बताया कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले दो मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। मोहम्मद मुइज्जू ने इसी साल जनवरी में पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले अपने तीन मंत्रियों को निलंबित कर दिया था। मंत्रियों के इस्तीफे की जानकारी ऐसे समय में आई है, जब बीजिंग के पाले में जाकर बैठे मुइज्जू एक बार फिर से नई दिल्ली के साथ रिश्तों को बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी सिलसिले में उनका जल्द भारत आने का कार्यक्रम है। मालदीव सरकार की प्रवक्ता ने हीना वलीद ने कहा है कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू बहुत जल्द ही भारत की आधिकारिक यात्रा पर आने वाले हैं।

इसके पहले मालदीव के राष्ट्रपति आमतौर पर पदभार संभालने के तुरंत बाद भारत की आधिकारिक यात्रा करते थे, लेकिन चीन से दोस्ती रखने वाले मुइज्जू ने अभी तक भारत की आधिकारिक यात्रा नहीं की है। संभावित यात्रा के बारे में वलीद ने कहा, 'जैसा कि आप जानते हैं, ऐसी यात्राएं दोनों देशों के नेताओं के लिए अधिकतम सुविधाजनक समय के लिए निर्धारित की जाती हैं। इस बारे में चर्चा चल रही है।'

मंत्रियों के इस्तीफे से संकेत

वलीद ने जब मुइज्जू की आगामी यात्रा की घोषणा उसी दिन की है, जब दो जूनियर मंत्रियों मरियम शिउना और मालशा शरीफ ने अपने पद से इस्तीफा दिया है। समाचार एजेंसी एएफपी ने एक सरकारी हवाले से बताया है कि दोनों ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है। हालांकि, राष्ट्रपति की यात्रा की घोषणा करने से पहले इस्तीफों का आना ये संकेत है कि मुइज्जू सरकार भारत से रिश्ते बनाने को लेकर गंभीर है।

पीएम मोदी के खिलाफ की थी टिप्पणी

हालांकि, अभी तीसरे मंत्री के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है, जिन्हें जनवरी में निलंबित किया गया था। इस्तीफा देने वाले मंत्रियों ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की आलोचना की थी। पीएम मोदी ने भारतीय क्षेत्र लक्षद्वीप का दौरा कर पर्यटन स्थल को बढ़ावा देने वाले स्थल के रूप में इसकी सराहना की थी। इसके बाद मालदीव के तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी के खिलाफ जहर उगला था। मंत्रियों की सोशल मीडिया पोस्ट की भारतीय हस्तियों ने आलोचना की थी और मालदीव के पर्यटन का बहिष्कार करने का आह्वान किया था।