बेंगलुरु
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे से नाराज भाजपा के दिग्गजों का पार्टी का से मोहभंग हो रहा है। इस बीच भाजपा नेता और पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा भी बेटे को टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे थे। उन्होंने राजनीति से संन्यास तक लेने की बात कही थी। जिसके बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उन्हें फोन कर दिया। टेलिफोनिक बातचीत में ईश्वरप्पा काफी खुश और रिलेक्स नजर आ रहे हैं। पीएम मोदी संग टेलीफोन बातचीत में ईश्वरप्पा को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह पार्टी का साथ कभी नहीं छोड़ेंगे।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर भाजपा नेताओं में नाराजगी सामने आ रही है। पूर्व सीएम और भाजपा नेता जगदीश शेट्टार ने कांग्रेस जॉइन कर ली। अब बताया जा रहा था कि बेटे को टिकट न मिलने पर पूर्व मंत्री और कद्दावर नेता केएस ईश्वरप्पा भी नाराज चल रहे थे। आगामी चुनावों के लिए उम्मीदवारों की अपनी चौथी और अंतिम सूची में, पार्टी ने शिवमोग्गा से चन्नबसप्पा को मैदान में उतारा, जबकि ईश्वरप्पा के बेटे केई कंटेश को टिकट नहीं दिया। इस बीच शुक्रवार को ईश्वरप्पा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन कर दिया। वीडियो में देखा और सुना जा सकता है कि पीएम ने भाजपा नेता की प्रशंसा की और वादा किया कि पार्टी हमेशा उनके साथ रहेगी।
ईश्वरप्पा ने कहा, "मुझे उनके (पीएम मोदी) कॉल की उम्मीद नहीं थी। यह मुझे शिवमोग्गा शहर जीतने के लिए प्रेरित करता है और हम कर्नाटक में भाजपा सरकार को वापस लाने के लिए सभी संभावनाओं का प्रयास करेंगे। यह कुछ खास नहीं है जो मैंने किया है। मैंने पीएम मोदी को वही बताया।"
गौरतलब है कि ईश्वरप्पा कर्नाटक सरकार में उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने हाल ही में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को चुनावी राजनीति से संन्यास लेने के अपने फैसले से अवगत कराया था, और शिवमोग्गा से विधानसभा चुनाव में उन्हें मैदान में नहीं उतारने का अनुरोध किया था। इस सीट से पांच बार के विधायक ने हालांकि इस बार अपने बेटे केई कांतेश के लिए टिकट मांगा था, लेकिन, उनके बेटे को टिकट नहीं मिल पाया।
उसी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ईश्वरप्पा ने गुरुवार को कहा कि वह भाजपा से नाराज नहीं हैं और विश्वास जताया कि पार्टी पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा, "मैं भाजपा से नाराज नहीं हूं। जो लोग भाजपा छोड़ चुके हैं उन्हें वापस लाना है। हमें उन्हें भाजपा में वापस लाना है जो हमारी पार्टी से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। भाजपा जीतेगी और पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी।"