Home छत्तीसगढ़ संरक्षा के 6 सजग प्रहरी संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित

संरक्षा के 6 सजग प्रहरी संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित

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बिलासपुर

संरक्षित रेल परिचालन रेलवे प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। संरक्षित रेल परिचालन सुनिश्चित करने हेतु नियमित रूप से संरक्षा से संबन्धित विभिन्न जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं। इसके साथ ही मंडल क्षेत्राधिकार के अंतर्गत ड्यूटी के दौरान सजगता एवं सतर्कता के साथ उत्कृष्ट संरक्षित कार्य का निर्वहन करते हुये बेहतर संरक्षा सुनिश्चित करने में सराहनीय योगदान देने वाले संरक्षा प्रहरियों को प्रोत्साहित करने हेतु संरक्षा पुरस्कार भी प्रदान किया जा रहा है।

इसी कड़ी में  24 अगस्त को लोको पायलट बिलासपुर श्री एम के रघुवंशी एवं सहायक चालक बिलासपुर श्री विनोद सिंह ने गाड़ी संख्या 20848 ऊधमपुर-दुर्ग एक्सप्रेस में ड्यूटि के दौरान समय लगभग रात्रि 03:48 बजे केएम 934/18-16 मुदरिया-घुंघुटी डाउन लाइन पर पाया कि ट्रैक पर गीली मिट्टी के साथ कुछ छोटे पत्थर है साथ ही एक बड़ी चट्टान गिरने की अवस्था में है। इन्होने तत्परता पूर्वक अपनी गाड़ी को कंट्रोल किया और सावधानी से इंजन का फ्लेशर लाइट जलाकर घुंघुटी स्टेशन तक आये तथा स्टेशन मास्टर घुंघुटी व ट्रेन मैनेजर को घटना की सूचना दी साथ ही टीएलसी को भी सूचना दी ताकि दूसरी गाड़ी संरक्षित हो सके। इनके द्वारा किए गए इस सराहनीय कार्य से संरक्षा सुनिश्चित हुई।

24 अगस्त को ही ट्रैक मेंटेनर मुदरिया श्री पवन कुमार एवं श्री बृजेश सिंह गौतम खंभा संख्या 934/06-934/38 मे ट्रैक पेट्रोलिंग के दौरान लगभग रात्रि 3.55 बजे देखा कि किमी 934/18-20 मुदरिया-घुंघुटी डाउन लाइन में बोल्डर गिरा हुआ है। इन्होने तुरंत इसकी सूचना अपने इंचार्ज सीनियर सेक्शन इंजीनियर घुंघुटी श्री सुनील कुमार को दी। श्री सुनील कुमार ने इसकी सूचना तुरंत स्टेशन मास्टर घुंघुटी को दिया तथा अपनी टीम ने साथ तत्काल मौके पर पहूंच कर ट्रैक को क्लियर कराया।  इन तीनों के सजगता एवं सतर्कता से उक्त ट्रैक पर अल्प समय में ट्रेन का परिचालन प्रारम्भ हुआ।

इसी प्रकार ट्रेन मैनेजर ब्रजराजनगर श्री सुभाष वेशम्पायन 30 अगस्त को अपनी ड्यूटि के दौरान ब्रजराजनगर स्टेशन में देखा कि डाउन लाइन से गुजर रही मालगाड़ी के एक वैगन के पहिये में हॉट एक्सल देखा तथा इसकी सूचना उक्त मालगाड़ी के ट्रेन मैनेजर को दिय।  इसकी सूचना ईब स्टेशन के स्टेशन मास्टर को देकर खड़ी को खड़ा किया गया 7 इनकी सजगता से गाड़ी को संरक्षित किया गया।