Home मध्यप्रदेश कलेक्टर हर्ष सिंह ने की जनसुनवाई में प्राप्त 42 आवेदनों पत्रों...

कलेक्टर हर्ष सिंह ने की जनसुनवाई में प्राप्त 42 आवेदनों पत्रों की सुनवाई

11

 डिंडौरी
कलेक्टर  हर्ष सिंह ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित जनसुनवाई में पहुंचे आवेदकों की समस्याओं को सुना और आवेदन पत्रानुसार उनके समस्याओं का तत्काल निराकरण किया। जनसुनवाई में प्राप्त 42 आवेदन प्राप्त हुए, जिन पर त्वरित कार्यवाही की गई है। इस दौरान अपर कलेक्टर  सरोधन सिंह, संयुक्त कलेक्टर सुश्री भारती मेरावी सहित सभी विभाग प्रमुख उपस्थित रहे।

    जनसुनवाई में आज रेशमा पनरिया ने आवेदन पत्र प्रस्तुत कर बताया कि उनकी माता विमला पनरिया की 10 अगस्त 2021 को मृत्यु हो गई थी। जिसके लिए उन्होंने अनुग्रह सहायता राशि के लिए आवेदन किया था, जो आज दिनांक तक प्राप्त नहीं हुआ है। रेशमा पनरिया ने अनुग्रह सहायता राशि की मांग की। इसी प्रकार से ग्राम छपरा ग्राम पंचायत देवरी माल के ग्रामीणों ने आवेदन प्रस्तुत करते हुए पंचायत सरपंच, सचिव पर राशि गबन करने, अपव्यय और शासन की योजनाओं में अनियमितता बरतने का आरोप बताया। ग्रामीणों ने उक्त मामले की जांच कर पंचायत सरपंच, सचिव के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की। हर्राटोला के पचांयत प्रतिनिधियों के द्वारा शासकीय हाई स्कूल हर्राटोला में बालिकाओं के लिए शौचालय न होने से परेशानी होने पर स्कूल में शौचालय की मांग की गई। कलेक्टर  हर्ष सिंह ने प्रस्तुत आवेदनों पर जल्द कार्यवाही करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है।

    जनसुनवाई में आज आवेदकों के द्वारा राशन वितरण, वृद्धावस्था पेंशन, मजदूरी भुगतान, पीएम किसान सम्मान निधि, पीएम आवास, संबल योजनांतर्गत सहायता राशि पेयजल एवं विद्यतु की सहित अन्य समस्याओं से संबंधित आवेदन दिए गए, प्राप्त आवेदन पत्रों का निराकरण करते हुए शेष आवेदनों की समय-सीमा निर्धारित कर दी गई है। कलेक्टर  हर्ष सिंह ने सभी अधिकारियों को जनसुनवाई में प्राप्त आवेदनों का प्राथमिकता से निराकरण करने के निर्देश दिए, साथ ही उन्होंने निराकरण पश्चात आवेदकों को तत्संबंध में अवगत कराने कहा है।
    कलेक्टर  हर्ष सिंह ने पिछले सप्ताह की जनसुनवाई में प्राप्त आवेदनों पर की गई कार्यवाही के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई के आवेदनों का प्राथमिकता के साथ जल्द निराकरण करें। जिससे आवेदक को एक ही समस्या को लेकर बार-बार न आना पड़े।