Home देश गुजरात में मूसलाधार बारिश के बीच 28 और लोगों की मौत, कुल...

गुजरात में मूसलाधार बारिश के बीच 28 और लोगों की मौत, कुल संख्या 35 पहुंची, IMD ने जारी किया ‘रेड अलर्ट’

17

अहमदाबाद/वडोदरा
 गुजरात में भारी बारिश और आधा दर्जन जिलाें में बाढ़ से 28 और लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही राज्य में मरने वाले लोगों की कुल संख्या अब बढ़कर 35 हो गई है। बाढ़ से प्रभावित वडोदरा में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सेना के चार कॉलम की अतरिक्त तैनाती के निर्देश दिए हैं तो वहीं आईएमडी के सौराष्ट्र में आने वाले 12 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में भारी बारिश की आशंका व्यक्त की है। मध्य गुजरात में आने वाले अहमदाबाद और वडोदरा जिलों के येलो अलर्ट है।

सौराष्ट्र में भारी बारिश, पीएम ने किया फोन
गुजरात में भारी बारिश के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में सीएम भूपेंद्र पटेल से बुधवार को बात की थी। इसमें उन्होंने राज्य को हरसंभव मदद का भरोसा दिया था।
सौराष्ट्र क्षेत्र के देवभूमि द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जैसे जिलों में शाम 6 बजे तक 12 घंटों में 50 मिमी से 200 मिमी बारिश हुई। इसके चलते कई इलाकों में हालात बेकाबू हो गए। वडोदरा में बाढ़ विश्वामित्री नदी के उफनाने से आई है। नदी में आजवा डैम से पानी छोड़ा गया था। बुधवार को लगातार चौथे दिन राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण बाढ़ प्रभावित इलाकों से करीब 17,800 लोगों को निकाला गया गया।

NDRF और सेना की तैनाती
राज्य में बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), सेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय तटरक्षक बल को मोर्चे पर लगाया है। इन बलों द्वारा सैकड़ों लोगों को रेस्क्यू किया गया है। बुधवार को सौराष्ट्र क्षेत्र के देवभूमि द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जैसे जिलों में शाम 6 बजे तक 12 घंटों में 50 मिमी से 200 मिमी बारिश हुई। इस अवधि के दौरान देवभूमि द्वारका के भनवड़ तालुका में 185 मिमी बारिश हुई – जो राज्य में सबसे अधिक है।

वडोदरा में बारिश थमी
बाढ़ प्रभावित वडोदरा शहर में बारिश थम गई है लेकिन विश्वामित्री नदी में बाढ़ के कारण कई निचले इलाके अभी भी जलमग्न हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की तीन टुकड़ियों की टीमों ने अपने घरों और छतों में फंसे लोगों को बचाया और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। राज्य सरकार के अनुसार, इस मानसून में अब तक 41,000 से अधिक लोगों को स्थानांतरित किया गया है और 3,000 से अधिक लोगों को बचाया गया है।गांधीनगर में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने कहा कि मंगलवार को 15 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा बुधवार को चार लोगों की मौत की सूचना मिली। जिला कलेक्टरों ने मोरबी में चार और राजकोट जिले में दो लोगों की मौत की सूचना दी।

बारिश के बीच हादसों में मौत
मंगलवार को दीवार गिरने की घटनाओं में आनंद जिले के खाड़ोधी गांव में तीन, महिसागर के हरिपुरा गांव में दो, अहमदाबाद के ढींगरा गांव और साणंद में दो और खेड़ा के चित्रसर गांव में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। भरूच के पिलुदरा गांव, जूनागढ़ के मंगरोल गांव, पंचमहल के हलोल और अहमदाबाद के ढोलका तालुका और अहमदाबाद शहर के मणिनगर में एक-एक व्यक्ति डूब गया था। सुरेंद्रनगर के ध्रांगदरा में दो लोग डूब गए। एसईओसी ने बुधवार को चार मौतें दर्ज कीं। डांग के आहवा और जामनगर के ध्रोल में एक-एक व्यक्ति डूब गया। इसके अलावा अरावली के मालपुर में दीवार गिरने से एक की मौत हो गई और देवभूमि द्वारका के बहनवाड़ में पेड़ गिरने से एक की मौत हो गई

पीएम मोदी ने की सीएम भूपेंद्र पटेल से बात

इस बीच देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से फोन पर बातचीत करके स्थिति का जायजा लिया। इस संकट से निपटने के लिए राज्य को केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। सीएम पटेल ने लोगों को बचाने के लिए सेनी कई टीमें तैनात की हैं। लोगों का लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है। उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। वडोदरा में अब तक 5000 से अधिक लोगों को निकाला गया और 1200 अन्य लोगों को बचाया गया है।