रांची.
झारखंड की राजनीति में इन दिनों हलचल तेज है। झामुमो और बीजेपी को चंपाई सोरेन के अगले कदम का इंतजार है। पार्टी जहां खुलकर चंपाई को लेकर कुछ नहीं बोल रही है। वहीं बीजेपी बांहे फैलाकर उनके स्वागत को तैयार है। पार्टी के कई नेता उनकी तारीफ कर रहे हैं। इन सबके बीच कोल्हान टाइगर के नाम से मशहूर चंपाई सस्पेंस को खत्म करने के मूड में नहीं दिख रहे हैं।
हालांकि उन्होंने यह साफ कर दिया है कि वह झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) में वापस नहीं जाएंगे क्योंकि वहां उनकी बहुत अपमान हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य कैबिनेट मंत्री ने बुधवार को झामुमो के साथ सुलह की संभावना से इनकार किया और संकेत दिया कि वह आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी बना सकते हैं। उन्होंने यह बात दिल्ली से लौटने पर कहीं। उनके दिल्ली आगमन को लेकर अटकलें थी कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं। चंपाई ने अपने पैतृक गांव जिलिंगगोरा में एचटी से बात करते हुए कहा, 'मेरे जीवन में झामुमो का चैप्टर अब बंद हो चुका है। उस पार्टी में वापस लौटने का कोई सवाल ही नहीं है, जिसे मैंने पिछले 45 सालों से अपने खून-पसीने से सींचा है।'
नया अध्याय शुरू करूंगा
चंपाई ने रविवार को सोशल मीडिया पर किए अपने पोस्ट का हवाला देते हुए कहा, 'मैंने 3 जुलाई को ही घोषणा कर दी थी, जिस दिन मुझे इस्तीफा देने के लिए कहा गया था, कि अब मैं अपनी राजनीतिक यात्रा में एक नया अध्याय शुरू करूंगा। मैंने अपनी दर्द, पीड़ा और भावनाओं को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे एक्स और फेसबुक पर शेयर किया है।' पोस्ट में उन्होंने कहा था कि उन्हें बहुत अपमानित और बेइज्जत किया गया। अब वे एक 'नया चैप्टर (अध्याय)' शुरू करेंगे।
बीजेपी से नहीं की मुलाकात
चंपाई ने बुधवार को कहा, 'मैं इसे दोहराना नहीं चाहता। अब मैं झारखंड के दौरे पर निकलूंगा, संगठन का निर्माण करूंगा और अपनी जैसी विचारधारा वाले राजनीतिक मित्रों की तलाश करूंगा।' वे बीते शनिवार को जमशेदपुर का दौरा करने के बाद रविवार को दिल्ली पहुंचे थे। उन्होंने जोर देकर कहा कि दिल्ली में भाजपा नेताओं से उन्होंने मुलाकात नहीं की। चंपाई ने कहा, 'मैंने दिल्ली या कोलकाता में किसी भी बीजेपी नेता से मुलाकात नहीं की है।'