अलवर/दौसा.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर अब ओवरस्पीड पर चलना भारी पड़ सकता है। एक्सप्रेस-वे पर ई-चालान सिस्टम शुरू हो चुका है। ऐसे में गाड़ी की ओवर स्पीड होने पर एक्सप्रेस-वे पर लगे कैमरों की मदद से गाड़ी की स्पीड नोट होगी और चालान सीधा वाहन चालक के घर पहुंचेगा। राजस्थान के अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर और कोटा से एक्सप्रेस-वे गुजरता है।
अलवर और दौसा क्षेत्र में सबसे ज्यादा सड़क हादसे हो रहे हैं। इन हादसों को रोकने के लिए एक्सप्रेस-वे पर ई-चालान व्यवस्था शुरू की है। एक्सप्रेस-वे पर ई-चालान काटे जा रहे हैं। अभी तक अलवर पुलिस ने 200 से ज्यादा ओवर स्पीड के चालान किए हैं। अलवर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि एक्सप्रेस-वे को तीन पॉकेट में बांटा गया है। पहले पॉकेट के कैमरे का कंट्रोल रूम सोहना क्षेत्र में है। दूसरा दौसा और तीसरे पॉकेट का कंट्रोल रूम जयपुर में है। एक्सप्रेस-वे पर लगे कैमरे की मदद से वाहनों के ओवर स्पीड की जानकारी एनएचएआई के कंट्रोल रूम को मिलती है और वो इनपुट सीधे जयपुर कंट्रोल रूम भेजते हैं। उसके बाद संबंधित क्षेत्र के ट्रैफिक पुलिस विभाग को गाड़ी की जानकारी दी जाती है। उसके आधार पर ई-चालान काटे जाते हैं। एसपी ने कहा कि कम से कम 5 हजार रुपये का चालान होता है। ऐसे में ओवर स्पीड पर चलना जेब पर भारी पड़ सकता है।