सुपौल.
सुपौल में इंडो नेपाल सीमा स्थित भीमनगर के बिहार विशेष सशस्त्र बल 12वीं बटालियन में बीते रविवार को हुए फूड प्वाइजनिंग की घटना को लेकर भीमनगर थाने में 72 घंटे के बाद अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। वही मामले की जांच के लिए मंगलवार की देर शाम करीब 6 बजे बीएसएपी के आईजी भी भीमनगर पहुंचे। उनके साथ बीएसएपी के उत्तरी क्षेत्र डीआईजी मुजफ्फरपुर सफीकुल हक, कोसी क्षेत्र के डीआईजी मनोज कुमार और सुपौल एसपी शैशव यादव भी मौजूद रहे।
बीएसएपी के आईजी करीब डेढ़ घंटे तक प्रशिक्षण कैंप में रुके। इसके बाद वह वीरपुर स्थित जल संसाधन विभाग अतिथि गृह में रात्रि विश्राम के लिए निकल गए। इस संबंध में सुपौल एसपी शैशव यादव ने बताया कि कैंप में हालात पूरी तरह से सामान्य हैं। घटना को लेकर भीमनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। इधर, एफएसएल की टीम ने जांच के लिए तेल, मसाला और उल्टी के सैंपल लिए गए हैं। पुलिस जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुरूप कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। एसपी ने बताया कि बीएसएपी आईजी ने प्रशिक्षु जवानों से भी बात की गई। उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। कैंप में फिलहाल 8 अलग-अलग कंपनियों के 965 जवानों की ट्रेनिंग चल रही है। प्रशिक्षण समाप्ति के बाद जवान एसआई बनेंगे।
प्रशिक्षण प्रभारी ने अज्ञात के विरुद्ध दर्ज कराई एफआईआर
भीमनगर थाने में प्रशिक्षण प्रभारी रशिक लाल हेम्ब्रम के द्वारा दिए गए आवेदन में घटित मामले का जिक्र करते हुए कहा गया है कि सिपाही विमल कुमार बहरदार के थाली से छोटे कपड़े की पोटली मिलने के बाद प्रशिक्षु सिपाही अवधेश कुमार ने उठा कर हवलदार मेजर उमेश कुमार सिंह को दे दिया। पीटीसी 168 भागीरथी कुमार, राधेश्याम कुमार, कृष्णा बिहारी ठाकुर, संजय कुमार एवं कुछ अन्य जवानों की भी तबियत खराब होने की जानकारी है।
खाने के प्लेट में मिली थी कपड़े की पोटली
18 अगस्त की सुबह के नाश्ते में बी कंपनी के पीटीसी 202 सिपाही विमल कुमार बहरदार के थाली से छोटे कपड़े की पोटली मिली थी। सी कम्पनी के सिपाही अवधेश कुमार ने पोटली उठा कर हवलदार मेजर उमेश कुमार सिंह को दे दिया। इसके कुछ देर बाद सिपाही राधेश्याम को उल्टी होने लगी। तबियत बिगड़ने के बाद प्राथिमिक उपचार के लिए एलएन अनुमंडलीय अस्पताल वीरपुर में भर्ती कराया गया। लगातार जवानों की तबीयत बिगड़ने लगी। अनुमंडलीय अस्पताल वीरपुर में कुल 265 जवानों का पंजीकरण करवा कर उपचार कराया गया। उस वक्त प्रशिक्षु जवानों की हालत सामान्य होने पर अस्पताल में भर्ती 265 जवानों को डिस्चार्ज कर दिया गया। वही सोमवार 935 जवान पैरेड ग्राउंड में भूख हड़ताल पर बैठ गए। इस दौरान डीआईजी सफीकुल हक मामले की जांच के लिए कैंप पहुंचे। यहां उन्होंने प्रशिक्षु जवानों की समस्या को सुना। समस्याओं के शीघ्र समाधान के आश्वासन पर 8 घंटे बाद शाम 4 बजे जवानों का भूख हड़ताल समाप्त हुआ।
जांच में जुटी भीमनगर थाने की पुलिस
इस बाबत भीमनगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि प्रशिक्षण प्रभारी से प्राप्त आवेदन के आलोक में थाना कांड संख्या 38/24 दर्ज किया गया है। वही एफएसएल टीम द्वारा जो संदिग्ध पदार्थ जब्त किया गया था, उसे न्यायालय में पेश कर जांच की अनुमति ली जा रही है। अन्य बिंदुओं पर भी जांच शुरू कर दी गई है। जांच के दौरान सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।