पटना
राजधानी पटना के बिहटा के परेव में बालू माफियाओं द्वारा खनन पदाधिकारियों पर किए गए हमले में हुई गिरफ्तारी के विरोध में लोगों ने मंगलवार को बिहटा थाने का घेराव किया। बेकसूरों पर कार्रवाई का आरोप लगाते हुए लोग थाने के गेट पर आधे घंटे तक डटे रहे और पुलिस व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई। लोगों ने थाने के एक दारोगा से बदसलूकी की। बल प्रयोग कर पुलिस ने सबको खदेड़ दिया। इसके बाद पुलिस गिरफ्तार आरोपितों को कोर्ट ले गई।
अब 44 लोगों को किया गिरफ्तार
उधर, इस मामले में पुलिस ने मंगलवार को एक और एफआईआर दर्ज की और एक अन्य आरोपित को भी गिरफ्तार किया। सोमवार को पुलिस द्वारा तीन मुकदमे दर्ज किए गए और कुल 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। एफआईआर में अब तक 15 नामजद सहित 40 अज्ञात को आरोपित बनाया गया है। खनन पदाधिकारी की शिकायत पर मुकदमे किए गए हैं। अबतक पुलिस ने 33 अवैध बालू लदे वाहन, एक स्कार्पियो, एक वॉकीटॉकी और दो मोबाइल फोन जब्त किए हैं। एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि हमले में शामिल अन्य आरोपितों की पहचान की जा रही है। पहचान होते ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
थाने पर लोगों का बवाल, पुलिस से झड़प
प्रदर्शनकारियों ने थाने के गेट को तोड़ने की कोशिश की सरकारी कर्मियों पर हमले की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने छापेमारी कर 44 लोगों को गिरफ्तार कर रात में बिहटा थाने में रखा गया। इसकी जानकारी जब लोगों को मिली तो मंगलवार को करीब 100 की संख्या में लोग वहां पहुंच गए। सुरक्षा को लेकर पुलिस ने सुबह से ही थाने के गेट को बंद कर दिया। दोपहर करीब तीन बजे प्रदर्शनकारियों ने थाने के गेट को तोड़ने की कोशिश की। इस दौरान उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारे भी लगाए। लोग आरोपितों को छोड़ने की मांग कर रहे थे। गुस्साए लोगों का आरोप है कि पुलिस ने बाजार जा रहे निर्दोष लोगों के अलावा कामगार व होटल पर काम कर रहे लोगों को गिरफ्तार कर लिया। प्रदर्शनकारियों ने करीब आधे घटे तक थाने को घेरे रखा। इस दौरान पुलिस व लोगों के बीच झड़प हुई। इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर लोगों को थाने के गेट से खदेड़ दिया। आरोपितों को दो कैदी वाहन से कोर्ट ले जाया गया, जिसके बाद लोग वापस लौट गए।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने डीजीपी से मांगी रिपोर्ट
वहीं बालू घाट पर जिला खनन विभाग के पदाधिकारी एवं दो महिला खनन इंस्पेक्टर के ऊपर हुए हमला मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस पूरे मामले को लेकर बिहार डीजीपी, पटना एसएसपी एवं पटना जिला अधिकारी को पत्र लिख कर एक सप्ताह में जवाब मांगी है। रेखा शर्मा ने इस घटना काफी दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। जिस तरह से दिनदहाड़े लोगों ने महिलाओं को पीटा है यह काफी दुखद है इसलिए पूरी घटना की जानकारी बिहार के डीजीपी पटना एसएसपी और पटना डीएम से पत्र के जरिए मांगा गया है एक सप्ताह के अंदर उन्हें जवाब देना है।