इंदौर
इंदौर के व्यस्त क्षेेत्रों में बसें पार्क कर प्रतिदिन सवारियां बैठाने वाले और ट्रैफिक जाम करने वाले छह ट्रेवर्ल्स के दफ्तर प्रशासन ने सील कर दिए। ढक्कनवाला कुंआ मार्ग पर हंस ट्रेवर्ल्स की बसें दिनभर सड़क पर खड़ी रहती थी। गुरुवार सुबह सबसे पहले प्रशासन का दल उसके दफ्तर पहुंचा और ताला लगाकर सील लगा दी। संचालकों से अफसरों ने कहा कि बसों का संचालन शहरी सीमा से किया जाए।
शहरी क्षेत्र में बसें नजर आई तो उन्हें भी जब्त किया जाएगा। ट्रैैफिक पुुलिस को सबसे ज्यादा शिकायतेें इस ट्रेवर्ल्स को लेकर ही अाती थी। जब प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची तो वहां बसें नहीं खड़ी थी।
चर्चा है कि प्रशासन के छापे की भनक संचालकों को पहले ही लग गई थी। इसके बाद अफसर छोटी ग्वालटोली स्थित मुलतानी सोना ट्रेवर्ल्स के दफ्तर पहुंचे और दफ्तर सील कर दिया। इस ट्रेवर्ल्स की बसे भी पटेल प्रतिमा के आसपास खड़ी रहती है और इस कारण यातायात बाधित होता हैै। इसके अलावा अशोक ट्रेवर्ल्स का दफ्तर भी सील कर दिया गया हैै। झाबुुआ टाॅवर में तीन ट्रेवर्ल्स सील कर दिए गए और तीन बसें भी जब्त की गई।
आपको बता दे कि इंदौर में मुंडला नायता और एमआर-10 पर नए बस स्टेशन बन गए है। छह माह के भीतर इन बस स्टेशनों से बसों का संचालन शुरू करने की तैयारी प्रशासन ने की है। शहर के ज्यादातर निजी ट्रेवर्ल्स शाम के समय विजय नगर, रेडिसन चौराहा, खजराना से यात्रियों को बैठातेे है। इस कारण ट्रैफिक भी जाम होता है।