लखनऊ
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को लोकसभा में एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार को जमकर घेरा। अखिलेश के संबोधन के दौरान टोकाटाकी कर रहे अनुराग ठाकुर को भी निशाने पर लिया। बीच-बीच में शायरी से अपनी बातों को रखा तो जमकर ठहाके भी लगे। अखिलेश ने लोकसभा चुनाव में यूपी में हुई भाजपा की हार की याद दिलाते हुए यहां तक कह दिया कि खुद को ताकतवर कहते हैं लेकिन जिसने यूपी में हराया उसे हटा नहीं पा रहे हैं। अखिलेश ने कहा कि यूपी से जब से हारे हैं, तब से कोई नमस्कार नहीं कर रहा है। इसका वीडियो हमने भी देखा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की टोकाटाकी पर अखिलेश ने कहा कि इस बार मंत्री नहीं रहे इसलिए दर्द तकलीफ ज्यादा है। कहा कि आपका दर्द हम चेहरा देखकर पकड़ रहे हैं। लेकिन तकलीफ कुछ और भी है। दर्द मैं बताता हूं। दर्द यह है कि यूपी से जब से हारे हैं कोई नमस्कार नहीं कर रहा है। आप लोगों को तकलीफ यह है। वह वीडियो हमने देखा है। कोई किसी को नमस्कार नहीं कर रहा है। कोई किसी को देख नहीं रहा है। जो अपने आप को बहुत ताकतवर कहते थे, जिसने हराया उसको हटा नहीं पा रहे हैं। अखिलेश ने यह भी कह दिया कि बात समझ में नहीं आई न? इस पर खूब ठहाके लगे।
अग्निवीर पर अनुराग ठाकुर को जवाब देते हुए अखिलेश ने दो टूक कहा कि अग्निवीर व्यवस्था समाजवादी लोग स्वीकार नहीं कर सकते। जब भी सत्ता में आएंगे, साल, दो साल, हम अग्निवीर को हटाएंगे। यह भी कहा कि यह चलने वाली सरकार नहीं है, यह गिरने वाली सरकार है। साइकिल हमारा चुनाव निशान है, साइकिल ही आपकी सरकार चला रही है। जिस दिन साइकिल हट गई यह सरकार गिर जाएगी। अखिलेश का इशारा तेदेपा और चंद्रबाबू नायडू की तरफ था। नायडू का चुनाव निशान भी साइकिल ही है। बजट पर चर्चा का जवाब देते हुए अखिलेश ने कहा कि सत्ता पक्ष की ओर बड़ी-बड़ी बातें की जा रही हैं, इस पर यह शेर बड़ा सटीक बैठ रहा हैं। वह झूठ बोल रहे थे, बड़े सलीके से, मैं एतबार न करता, तो क्या करता।
उन्होंने सवाल किया कि उत्तर प्रदेश से चुनकर आने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदेश के लिये क्या किया? बजट में राज्य के लिये किसी बड़े शैक्षणिक संस्थान की योजना हो तो उसकी जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में उत्तर प्रदेश में चिकित्सा के क्षेत्र के कोई बड़ा संस्थान नहीं बनाया गया और न ही बनाने की घोषणा की गई है। गंगा सफाई के लिये बड़े-बड़े दावे किये गये लेकिन गंगा अब तक साफ नहीं हो सकी। कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर अयोध्या को विश्व की सबसे अच्छी नगरी बनायेंगे।
पू्र्वांचल एक्सप्रेस वे को बिहार के एक्सप्रेस वे से जोड़ने की मांग
अखिलेश ने एक के बाद एक हो रही रेल दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त की और पेपर लीक की घटना इतनी बढ़ गयी हैं कि मानो रेल दुर्घटनाओं से उसकी होड़ चल रही है। उन्होंने कहा कि बजट में कुछ राज्यों को विशेष पैकेज दिये गये हैं, उत्तर प्रदेश को भी कोई पैकेज दिया जाता तो बहुत अच्छा होता। उन्होंने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे को बिहार के एक्सप्रेस वे से जोड़े जाने की मांग की। उन्होंने चंबल एक्सप्रेस वे भी बनाने की मांग की।
निजीकरण से नौकरी बढ़ने की जगह घट रहीं
अखिलेश यादव ने आम बजट 2024-25 को नाउम्मीदी भरा बताते हुए कहा कि इसमें शक्षिा, स्वास्थ्य और महंगाई की समस्या से निटपने के लिये कुछ ठोस नहीं है। कहा कि मोदी सरकार के इस बजट से किसी वर्ग में खुशी नहीं है। उन्होंने कहा, ह्ल बजट में पढ़ाई, दवाई ,महंगाई और बेरोजगारी को लेकर कोई ठोस योजना दिखाई नहीं दे रही है।उन्होंने सवाल किया कि क्या हम देख रहे हैं कि वैश्विक भुखमरी सूचकांक में हम कहां खड़े हैं। उन्होंने कहा कि सरकार दावा करती है कि निजीकरण होगा तो नौकरियां बढ़ेंगी, लेकिन हो इसका उल्टा रहा है। उन्होंने कहा कि निर्यात गिर रहा है, व्यापार घाटा बढ़ता जा रहा है। मेक इन इंडिया केवल सपना बनकर रह गया है, देश 10 साल पहले जहां था, वहीं अटका है।
कहा कि वादा किया गया कि किसानों की आय दुगुनी कर दी जायेगी। किस किसान की आय दोगुनी हुई है, सरकार यह तो बताये। उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी देने और बागवानी फसलों को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य के दायरे में लाने की मांग की। उन्होंने खाद की बोरी का वजन और कम न करने और उत्तर प्रदेश का बिजली कोटा बढ़ाने की मांग की।