पटना
चुनाव रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने जन सुराज के राजनीतिक दल बनने को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करके 2 बड़े वादे किए। उन्होंने कहा कि वह पार्टी में कोई पद नहीं मांगेंगे। पीके ने लिखा, 'बिहार के हजारों गांवों और छोटे शहरों में 2 साल से अधिक की पदयात्रा की। इसके बाद, हमने बेहतर विकल्प देने के लिए औपचारिक रूप से पार्टी गठन की प्रक्रिया शुरू की है जो दशकों के दुख को समाप्त करेगी। इससे बिहार के बच्चों के लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित होगा।'
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि वह जमीनी स्तर पर लोगों से मिलना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, 'जैसा कि वादा किया गया था, मैं पार्टी में कोई पद नहीं मांगने वाला हूं। साथ ही, अगले कई महीनों तक जमीनी स्तर पर अपनी पहुंच बनाए रखूंगा।' पीके ने पोस्ट में कहा कि 2 अक्टूबर को पार्टी के आधिकारिक लॉन्च से पहले रविवार को 8 पदाधिकारियों का पहला सम्मेलन हुआ। इस तरह से आगे की प्रक्रिया शुरू हुई। उन्होंने बताया, 'अगले दो महीनों में 1.5 लाख जन सुराज पदाधिकारी और लाखों प्रतिभागी 'संस्थापक सदस्य' विचार-विमर्श करेंगे। पार्टी की प्रमुख प्राथमिकताओं पर फैसले लिए जाएंगे। पार्टी संविधान का मसौदा तैयार करना है और उसे अंतिम रूप भी देना है। अंत में पार्टी के नेताओं का चुनाव किया जाएगा।'
2 अक्टूबर को होगा राजनीतिक दल का ऐलान
प्रशांत किशोर ने रविवार को कहा था कि उनका जन सुराज अभियान 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर राजनीतिक पार्टी बन जाएगा। किशोर ने कहा कि उनका नया राजनीतिक दल बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेगा। किशोर जन सुराज की राज्यस्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की पोती सहित कई लोगों ने भाग लिया। दो साल पहले अभियान शुरू करने वाले पीके ने कहा, ‘जैसा कि पहले कहा गया है, जन सुराज अभियान दो अक्टूबर को राजनीतिक पार्टी बन जाएगा और अगले साल विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। पार्टी नेतृत्व जैसे अन्य विवरण समय आने पर तय किए जाएंगे।’
जन सुराज अभियान से जुड़े ये बड़े चेहरे
बता दें कि भारत रत्न से सम्मानित समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर के छोटे बेटे वीरेंद्र नाथ ठाकुर की बेटी जागृति ठाकुर जन सुराज में शामिल हुई हैं। दिवंगत कर्पूरी ठाकुर के बड़े बेटे रामनाथ ठाकुर जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री हैं। जन सुराज में शामिल होने वाले अन्य लोगों में पूर्व राजद एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी भी हैं, जिन्हें हाल ही में अनुशासनहीनता के आधार पर विधान परिषद से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा जन सुराज में शामिल हुए हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव में भाजपा से टिकट मिलने की उम्मीद में सेवा से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन टिकट से वंचित होने के बाद उन्होंने बक्सर से निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था।