भोपाल
भोपाल से वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री आरिफ अकील का सुबह निधन हो गया है। उन्होंने 72 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली। पिछले दिन उन्हे सीने में दर्द के चलते भोपाल के एक अपोलो सेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद दर्द से लड़ते हुए उनका निधन हो गया। उनके बेटे और विधायक आतिफ अकील ने बताया कि दर्द की शिकायत के बाद उन्हें रविवार शाम भोपाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आरिफ अकील भोपाल उत्तर सीट से लगातार छह बार विधायक चुने गए थे। आरिफ अकील को लोग प्यार से शेर ए भोपाल बुलाते थे। इसकी वजह थी भोपाल उत्तर सीट पर उनका दबदबा। दो दशक से ज़्यादा समय तक भारतीय जनता पार्टी हर संभव प्रयास के बावजूद इस सीट पर उनको हरा नहीं पाई।
प्रभावी राजनीतिक सफर
उनका राजनीतिक सफ़र काफी लंबा और प्रभावशाली रहा। उन्होंने 1990 में पहली बार भोपाल उत्तर विधानसभा सीट से निर्दलीय उमीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। हालांकि, 1993 में उन्हें भाजपा के रमेश शर्मा से हार का सामना करना पड़ा था। 1998 के बाद से आरिफ अकील ने इस सीट पर अपना एकछत्र राज कायम कर लिया। वे यहां से लगातार छह बार विधायक चुने गए। इस दौरान वे दो बार मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे।
2023 के विधानसभा चुनाव में बेटे को मौका
2023 के विधानसभा चुनाव में तबीयत खराब होने के कारण उन्होंने राजनीति से विराम ले लिया था। तब उनकी जगह उनके बेटे आतिफ अकील को मैदान में उतारा गया था। कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने जीत हासिल की और वर्तमान में विधायक हैं।
सियासी गलियारों में शोक की लहर
बीजेपी के नेता यशपाल सिंह सिसोदिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि एमपी विधानसभा में लंबे समय तक भोपाल से विधायक के पद पर रहे पूर्व मंत्री श्री आरिफ़ अकील जी का लंबी बीमारी के बाद निधन का समाचार जानकर दुख हुआ, ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें, परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।