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राजधानी दिल्ली में UPSC स्टूडेंट्स की मौत पर उबाल, सड़क पर उतरे साथी

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नई दिल्ली
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में शनिवार को भारी बारिश के बाद राव आईएएस कोचिंग सेंटर (Rau IAS Study Circle) वाली एक इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे 3 यूपीएससी स्टूडेंट्स की मौत हो गई। मरने वालों में 1 छात्र और 2 छात्राएं हैं। अधिकारियों ने अब तक मृतकों की पहचान उजागर नहीं की है। इस दर्दनाक घटना से गुस्साए छात्रों ने यूपीएससी स्टूडेंट्स की मौत पर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए। इस मामले में दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को घटना की जांच शुरू करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। आतिशी ने एक्स पर पोस्ट किया, "यह पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं कि यह घटना कैसे हुई। इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।"

 दिल्ली में 3 UPSC छात्रों की मौत पर उबाल, मालिक समेत 2 गिरफ्तार

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में शनिवार को भारी बारिश के बाद राव आईएएस कोचिंग सेंटर (Rau IAS Study Circle) वाली एक इमारत के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे 3 यूपीएससी स्टूडेंट्स की मौत हो गई। मरने वालों में 1 छात्र और 2 छात्राएं हैं। तीनों मृतकों की पहचान कर ली गई है। इस दर्दनाक घटना से गुस्साए छात्रों ने यूपीएससी स्टूडेंट्स की मौत पर विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए। इस मामले में दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को घटना की जांच शुरू करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। आतिशी ने एक्स पर पोस्ट किया, "यह पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं कि यह घटना कैसे हुई। इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।"

दिल्ली पुलिस ने इस दर्दनाक हादसे के मामले में कोचिंग सेंटर मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार किया। डीसीपी एम. हर्षवर्धन ने बताया कि इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने बीएनएस की धारा 105, 106 (1), 115 (2), 290 और 35 के तहत मामला दर्ज किया है। यह मामला कोचिंग संस्थान और बिल्डिंग के प्रबंधन और उन लोगों के खिलाफ है जो उस जगह के नाले के रख-रखाव के लिए जिम्मेदार थे। आगे की जांच जारी है।

हादसे के बाद डीसीपी हर्षवर्धन ने संवाददाताओं को बताया था कि ऐसा लगता है कि बेसमेंट में बहुत तेजी से पानी भर गया था, जिसके कारण कुछ लोग अंदर फंस गए थे। बता दें कि, बेसमेंट में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग द्वारा कई घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान दो छात्राओं और एक छात्र के शव घटनास्थल से बरामद किए गए। वहीं, अब इस हादसे पर सियासत भी शुरू हो गई है। भाजपा से लेकर कांग्रेस तक इस घटना के लिए 'आप' सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

 दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी और धक्का-मुक्की

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर हादसा मामले में यूपीएससी छात्रों के विरोध प्रदर्शन में पहुंचे दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव को भी आज विरोध का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारी छात्रों ने उनके साथ धक्का-मुक्की कर नारेबाजी की। इससे पहले छात्रों ने स्वाति मालीवाल का भी विरोध किया था।

 राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर के घटनास्थल पर पहुंचे सीपीआईएम सांसद

 दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर कोचिंग सेंटर की घटना में केरल के एर्नाकुलम निवासी नवीन दलविन की मौत हो गई। सीपीआईएम के राज्यसभा सांसद वी. शिवदासन ने कहा, "हमने घटनास्थल का दौरा किया है और पीड़ित के परिवार के सदस्यों से बात की है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। दिल्ली में जल निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है, कोचिंग सेंटर के मालिक सरकार से उचित अनुमति के बिना बेसमेंट में कक्षाएं संचालित करते हैं और लाइब्रेरी स्थापित करते हैं। हम सभी कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा जांच और उनके खिलाफ सख्त नियम बनाने की मांग करते हैं। सरकार इन कोचिंग सेंटरों को बढ़ावा दे रही है क्योंकि अधिकारी और अधिकारी कोचिंग सेंटर मालिकों से भारी मात्रा में पैसा वसूल रहे हैं।"

 कोचिंग सेंटर मालिक और कोऑर्डिनेटर गिरफ्तार

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में पानी भरने से यूपीएससी की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत के मामले में दिल्ली पुलिस ने कोचिंग सेंटर मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार किया।

 दिल्ली सरकार पूरी तरह से फेल साबित हो रही : देवेंद्र यादव

दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर की घटना पर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आज कहा कि मैं इस पूरे मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहता, लेकिन साथ ही हमें यह भी देखना होगा कि आज दिल्ली सरकार पूरी तरह से फेल साबित हो रही है। वह पानी नहीं दे पा रही है, जलभराव हो रहा है…बेसमेंट में संस्थान चलाने की अनुमति किसने दी? हमें इस पर ध्यान देना चाहिए। केजरीवाल जी लगातार अपनी कुर्सी बचाने के लिए पत्र लिखते हैं, लेकिन अब हमें आज दिल्ली की हालत भी देखनी चाहिए…उनके मंत्री आज कुछ नहीं कर पा रहे हैं। स्थिति यह है कि जिस मंत्री को तुरंत मौके पर पहुंचना चाहिए था, वह वहां नहीं पहुंचे। हमने पहले भी कहा है कि अगर वे सरकार नहीं चला पा रहे हैं तो सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए, चर्चा करनी चाहिए और इन समस्याओं का समाधान निकालना चाहिए। कुछ घंटों की सहानुभूति से काम नहीं होने वाला है। दिल्ली का बुनियादी ढांचा आज पूरी तरह से बर्बाद दिख रहा है और इस सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित होना चाहिए। उन्हें नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और अगर आप उनका पूरा कार्यकाल देखें तो वे लगातार विफल होते जा रहे हैं।

 

कोचिंग सेंटर में पानी भरने से 3 स्टूडेंट्स की मौत
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित बड़े कोचिंग सेंटर में ये स्टूडेंट्स अपने भविष्य को संवारने की जद्दोजहद में लगे थे। बताया जा रहा कि कोचिंग के बेसमेंट में लाइब्रेरी थी, यहीं करीब 35 छात्र पढ़ाई कर रहे थे। इसी दौरान अचानक इतना पानी आ गया कि युवा छात्रों को वहां से निकलने का मौका तक नहीं मिला। बेसमेंट में अचानक ही पानी भरने लगा, जब तक स्टूडेंट्स अलर्ट होते काफी देर हो चुकी थी। तीन छात्रों की दर्दनाक तरीके से जान चली गई। आखिर कितनी पीड़ादायक खबर है। क्या बीत रही होगी, उन बच्चों के घर वालों पर।

हादसे के बाद डीसीपी (मध्य दिल्ली) एम हर्षवर्धन ने संवाददाताओं को बताया कि ऐसा लगता है कि बेसमेंट में बहुत तेजी से पानी भर गया था, जिसके कारण कुछ लोग अंदर फंस गए थे। बता दें कि, बेसमेंट में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग द्वारा कई घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान दो छात्राओं और एक छात्र के शव घटनास्थल से बरामद किए गए।

वहीं, अब इस हादसे पर सियासत भी शुरू हो गई है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और नई दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज ने रात में ही घटनास्थल का दौरा किया और घटना के लिए 'आप' सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि स्थानीय 'आप' विधायक ने नालों की सफाई के लिए स्थानीय लोगों की बार-बार की गई अपील को नजरअंदाज किया। सचदेवा ने कहा कि इस दुर्घटना के लिए दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है। जल बोर्ड मंत्री आतिशी और स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक को जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।

 दिल्ली पुलिस ने पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया
 दिल्ली के राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन यूपीएससी छात्रों की मौत के संबंध में दिल्ली पुलिस ने आपराधिक मामला दर्ज कर दो लोगों को हिरासत में लिया है। डीसीपी ने कहा कि वह इस दुखद घटना में सच्चाई का पता लगाने के लिए संकल्पित हैं।

वीरेंद्र सचदेवा बोले- राजेंद्र नगर की घटना त्रासदी नहीं, बल्कि हत्या

 दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना पर बोलते हुए कहा, "वहां जो हुआ, वह त्रासदी नहीं, बल्कि हत्या है। बेसमेंट में लाइब्रेरी कैसे चल रही थी? पहले जो जांच बैठाई गई थी, उसका क्या हुआ? ये छात्र देश का भविष्य हैं…दिल्ली के मंत्री में  घटनास्थल पर जाने की हिम्मत नहीं है। दिल्ली सरकार इस भ्रष्टाचार में शामिल है। लोग लगातार नाले की सफाई की मांग कर रहे थे, आप क्या कर रहे थे? 'आप' सरकार ने पूरी दिल्ली को बर्बाद कर दिया है। छात्रों का क्या दोष है, जो वे दिल्ली में पढ़ने आए हैं? आपको शर्म आनी चाहिए।"

छात्रों के विरोध प्रदर्शन स्थल पर पहुंचीं स्वाति मालीवाल का विरोध

 'आप' की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में छात्रों के विरोध प्रदर्शन स्थल पर पहुंचीं है। छात्रों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा, 'हम आपको राजनीति नहीं करने देंगे। इस दौरान गुस्साए प्रदर्शनकारी छात्रों ने स्वाति मालीवा वापस जाओ के नारे भी लगाए।

क्या बीत रही होगी इन युवाओं के परिजनों पर

क्या बीत रही होगी इन बच्चों के माता-पिता पर, जिन्होंने अपने जिगर के टुकड़े को आईएएस बनाने के लिए दिल्ली भेजा था। अब उन्हें क्या पता था कि लाखों रुपये खर्च करके जिन बच्चों को उन्होंने अच्छी जिंदगी के लिए देश की राजधानी में भेजा वो ही इस दुनिया में ही नहीं रहेंगे। सवाल उठना लाजमी है कि आखिर देश की नामी कोचिंग में पढ़ने वाले इन युवाओं की मौत का जिम्मेदार किसे माना जाए। कौन लेगा इन मासूमों के जिंदगी लेने की जिम्मेदारी। क्या कोचिंग वाले मानेंगे कि ये उनकी लापरवाही का नतीजा है? क्या दिल्ली सरकार इस घटना की जिम्मेदारी लेगी?
 

इन मौतों का जिम्मेदार कौन?

आखिर किसी को तो लेना होगा इसकी जिम्मेदारी। ऐसा इसलिए क्योंकि इसे दुर्घटना तो कह नहीं सकते, मृत छात्रों के परिजन भी इसे गैर इरादतन हत्या का मामला बता रहे। फिलहाल पुलिस-प्रशासन और सरकार बस सफाई पर सफाई दे रही है। उधर, इस घटना से राजधानी में पढ़ रहे हजारों छात्रों में आक्रोश है। आम लोगों में गुस्सा है। इस घटना को लेकर हर किसी के मन में कई सवाल हैं। दिल्ली के पॉश इलाके में मौजूद इतने नामी कोचिंग सेंटर में आखिर इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हो सकती है?