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अतिथि शिक्षक- विधायक निवेदन संवाद यात्रा की शुरुआत 24 जुलाई को बिछिया विधायक के आवास से

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अतिथि शिक्षक- विधायक निवेदन संवाद यात्रा की शुरुआत 24 जुलाई को बिछिया विधायक के आवास से

अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष आर्य को ज्ञापन सौंपने में विधायक भी अतिथि शिक्षकों के साथ

मंडला‌
 मंडला जिले के अतिथि शिक्षक परिवार और मुख्य रूप से बिछिया विधानसभा क्षेत्र के अतिथि शिक्षकों ने  बिछिया विधायक के निज निवास घुघरी 24 जुलाई बुधवार को पहुंचकर निवेदन संवाद यात्रा का शुभारंभ कर दिया है।अब इस निवेदन संवाद यात्रा को संबंधित क्षेत्र के अतिथि शिक्षकों के द्वारा संपूर्ण मध्य प्रदेश के विधायकों के आवास पहुंच मध्य प्रदेश सरकार के मुखिया तक अपनी लंबित मांगों के शीघ्र निराकरण के लिए दूरभाष माध्यम से सीधा संवाद कराने अभियान चलाया जाएगा,और पत्र माध्यम से भी संदेह पहुंचाने का निवेदन विधायकों से किये जाने की पहल की जाएगी।
        अतिथि शिक्षक परिवार मंडला से जिला अध्यक्ष पी.डी. खैरवार ने बताया है, कि जिले भर के अतिथि शिक्षकों ने सैकड़ों की संख्या में  बुधवार 24 जुलाई को दोपहर 12:00 बजे घुघरी स्थित बिछिया विधायक आवास पहुंचकर विधायक नारायण सिंह पट्टा से भेंट कर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से फोन पर चर्चा कराने का निवेदन किया । विधायक पट्टा ने भी मुख्यमंत्री को फोन करने का प्रयास किया परंतु फोन रिसीव नहीं हो सका। विधायक ने मांगों को जायज बताते हुए कहा है,कि मंडला जिला अनुसूचित जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है। जहां पर शिक्षकों की भारी कमियों के चलते यहां की शिक्षा का स्तर बढ़ाने में अतिथि शिक्षकों का अच्छा योगदान रहा है।अब लंबे समय से काम में अनुभवी हो चुके अतिथि शिक्षकों को ही अतिथि शिक्षक भर्ती में सामिल किया जाना जायज होगा।जो अनुभवी अतिथि शिक्षक बाहर होते गये हैं उनको भी वापस स्थान दिया जाना चाहिए। योग्य और पात्रों को शिक्षक बनाया जाना चाहिए। अतिथि शिक्षक परिवार प्रतिनिधि मंडल के साथ विधायक दूसरे दिन गुरुवार को दोपहर में मंडला रपटा घाट स्थित विश्राम गृह पहुंचकर मंडला पहुंचे अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य से भी भेंट की । अतिथि शिक्षकों की जायज मांगों को पूरा कराने सरकार को मार्गदर्शन करने पत्र भी सौंपा है। इस अवसर पर अतिथि शिक्षक प्रतिनिधि मंडल ने भी आर्य को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें अतिथि शिक्षकों की मांगों को ध्यान से सुनते हुए आगे कार्यवाही करने की बात भी कही है।

         अतिथि शिक्षकों की लंबित मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष पूर्व से भी रखते आने की बात कर अब भी रखने का आश्वासन विधायक पट्टा के द्वारा दिया गया है। अतिथि शिक्षक संगठन के प्रतिनिधिमंडल की सार्थक मीटिंग मुख्यमंत्री  के साथ कराने प्रयास करने की भी बात की गई।
शासन के आदेश से पहले ही भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी संस्था प्रभारियों ने
   संगठन के द्वारा ज्ञापन पत्र में जिला स्तर पर चल रही अतिथि शिक्षक भर्ती विसंगतियों को  अवगत कराया गया है,कि शासन के द्वारा बिना आदेश हुए ही बहुतेरे संस्था प्रधानों के द्वारा अतिथि शिक्षक भर्ती विज्ञापन जारी कर आवेदन आमंत्रित कर लिये गये हैं,जबकि आदेश बाद में यानी 22 जुलाई और 24 जुलाई को जारी हुए हैं। इसके पहले ही विज्ञापन कघ अंतिम तिथि 20 जुलाई तक बताकर विज्ञापन प्रकाशित करना यानी संस्था प्रधानों की मनसा भाई भतीजावाद को पनपाने की आशंका को जन्म देता है। इस तरह सरकार के आदेश के पूर्व में प्रकाशित विज्ञापनों को निरस्त किए जाने की मांग सरकार से की गई है। चूंकि इस संबंध में एक ज्ञापन सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग मंडला से भेंट करके सौपा गया है।जिसमें विधायक के द्वारा आस्वस्त किया गया है, कि वर्तमान सत्र के लिए अतिथि शिक्षकों की भर्ती संबंधित अनियमितताओं की शिकायत विधानसभा क्षेत्र में पाये जाने पर संबंधित की उचित जांच कराई जाएगी और भर्ती में गड़बड़ियों पर रोक लगाई जाएगी।

पूर्व मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर हो अमल
 संगठन के द्वारा मुख्य मांगों पर ध्यान आकर्षण कराते हुए मुख्यमंत्री तक संदेश पहुंचाने निवेदन किया गया , कि वर्षों से लंबित मांगों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा  विधानसभा चुनाव पूर्व 23 सितंबर 2023 को की गई घोषणाओं को जल्द अमल करते हुए अतिथि शिक्षकों के अनिश्चित रोजगार को सुनिश्चित किया जाए।जिसमें अधिकतम कार्य अनुभवी अतिथि शिक्षकों को सुनिश्चित रोजगार और शिक्षक पात्रता नियम शर्तों को पूरा करने वाले अतिथि शिक्षकों को शिक्षक का दर्जा दिया जाए। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के दायरे में नहीं आने वाले (बिना डी एड बी एड व्यापम फेल ) परंतु अनुभवी अतिथि शिक्षकों को नियमित रोजगार देकर शिक्षा गारंटी गुरुजी और औपचारिकेत्तर अनुदेशक पर्यवेक्षकों की तर्ज पर दायरे में लाकर शिक्षक बनाया जाये।

         लगभग 2 घंटे तक चले इस निवेदन संवाद अवसर पर मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष पी.डी. खैरवार , हेमराज मसराम , संजय सिसोदिया, प्रहलाद झरिया , संदीप विश्वकर्मा, अखिलेश बेंद्रे, शिवकुमार पूषाम, महेंद्र सोनी,मैकू नंदा,दारा धुर्वे, कृष्ण कुमार यादव, कृष्ण कुमार वल्के, महेंद्र परस्ते, चिरोंजी यादव सहित बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षक सामिल रहे।