उदयपुर.
'अभी तो नापी है बस मुठ्ठी भर जमीन, अभी तो सारा आसमान बाकी है।' यह कहना है उदयपुर की आठ साल की नन्हीं शतरंज चैंपियन कियाना परिहार का। कियाना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शतरंज में पांच गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुकी हैं। हर साल 20 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस के रूप में मनाया जाता है। ऐसे में आज हम आपको राजस्थान की एक ऐसी होनहार नन्हीं चेस चैंपियन के बारे में बताएंगे, जिसने छोटी उम्र में ही बड़ा मुकाम हासिल कर लिया। सबसे खास बात यह है कि नन्हीं कियाना अब तक कई बड़े खिलाड़ियों को इस खेल में मात दे चुकी हैं।
कियाना राज्य की सबसे कम उम्र की फिडे रेटेड प्लेयर हैं, उसने छह साल आठ महीने की उम्र में फिडे रेटिंग प्राप्त की थी। बता दें कि कियाना राजस्थान की सबसे कम उम्र की फिडे रेटेड प्लेयर हैं। महज छह साल आठ महीने की उम्र में फिडे रेटिंग प्राप्त की थी। कियाना ने चार साल की उम्र से ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। उनकी उम्र में बच्चे प्री प्राइमरी में किताबों को पढ़ना सीख रहे थे, तब वे शतरंज के पैंतरे समझ चुकी थी। शतरंज का खेल उन्हें विरासत में मिला। उन्होंने अपने पिता जितेंद्र शतरंज खेलते देखा और फिर उन्हीं से इस खेल को सीखा। उनके शतरंज सीखने का किस्सा दिलचस्प है। कियाना बताती हैं रिसॉर्ट में पिता को शतरंज खेलते देख उन्हें भी इस खेल को सीखने की इच्छा हुई। इसके बाद उन्होंने पिता से इस खेल को सीखा।
एशियाई यूथ शतरंज चैंपियनशिप 2023 में स्वर्ण
कियाना ने एशियाई यूथ शतरंज चैंपियनशिप 2023 में स्वर्ण पदक जीता। इसके बाद एशियाई युवा रैपिड शतरंज चैंपियनशिप 2023 में रजत पदक, एशियाई युवा शतरंज चैंपियनशिप 2023 में क्लासिक, रैपिड और ब्लिट्ज में तीन टीम स्वर्ण पदक, एशियाई युवा शतरंज चैंपियनशिप 2024 में ब्लिट्ज में टीम स्वर्ण पदक जीता। इनके अलावा नेशनल स्कूल अंडर-7 गर्ल्स चैंपियन में उपविजेता (प्रथम के साथ टाई-ब्रेक), छह साल 10 महीने की उम्र में FIDE रेटिंग प्राप्त करने वाली राजस्थान में सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बनी। इसके अलावा तीन बार राजस्थान स्टेट चैंपियन अंडर-7 और अंडर-8 और अंडर-13, 35वें एमपीएल नेशनल गर्ल्स अंडर-7 शतरंज चैंपियनशिप टूर्नामेंट 2022 में तीसरी उपविजेता बनी। KUDO (मार्शल आर्ट) में राष्ट्रीय डबल स्वर्ण पदक जीता।