जोधपुर
हेलमेट पहने बिना वाहन चला रही एक महिला को नशे की हालत में परेशान करने और धमकाने के आरोप में राजस्थान पुलिस के एक सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। जोधपुर में भास्कर सर्किल के पास ब्यूटी पार्लर संचालित करने वाली महिला को अधिकारी द्वारा परेशान किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद एएसआई को निलंबित किया गया। पीड़िता ने बताया कि घटना के तुरंत बाद उसने शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
यह घटना सोमवार रात को उस समय हुई जब निकिता जैन काम के बाद दोपहिया वाहन से घर जा रही थी। जैन ने अपनी शिकायत में कहा कि एएसआई अमित मीना ने हेलमेट पहने बिना वाहन चलाने पर उसे भास्कर सर्किल के पास रोका और उससे कथित तौर पर 5,000 रुपये का जुर्माना मांगा। महिला ने कहा कि जब उसने पैसे देने से इनकार कर दिया और वहां से जाने की कोशिश की, तो अधिकारी ने उसका हाथ पकड़ लिया और उसे धमकाना शुरू कर दिया।
शिकायत में कहा गया है कि इस बीच, कुछ लोग वहां एकत्र हो गए और निकिता जैन वहां से चली गई लेकिन कुछ ही देर बाद उसने देखा कि मीना अपनी मोटरसाइकिल से उसका पीछा कर रहा था। इसमें कहा गया है कि एएसआई ने महिला के दोपहिया वाहन को कई बार टक्कर मारी, जिससे उसका संतुलन बिगड़ गया और वह गिर गई।
जैन ने कहा कि इसके बाद उसने अपने परिवार के सदस्यों को इस बारे में तुरंत सूचित किया, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर पुलिस को इस घटना की सूचना दी। उसने कहा कि पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और कोई कार्रवाई किए बिना अधिकारी को अपने साथ ले गई। पीड़िता ने कहा कि उसने स्थानीय पुलिस थाने में मीना के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई।
उसने आरोप लगाया कि वह दो दिन तक पुलिस थाने के चक्कर लगाती रही, लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिकायतकर्ता ने बताया कि पुलिस ने एएसआई के खिलाफ कार्रवाई तभी की, जब वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी मिली। पुलिस ने बताया कि पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) (मुख्यालय) शरद चौधरी ने बुधवार को एक आदेश जारी कर एएसआई मीना को तत्काल प्रभाव से पुलिस लाइन में भेज दिया।
उन्होंने बताया कि अधिकारी को निलंबित कर दिया गया और उसके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। थाना प्रभारी (रातानाडा) प्रदीप डांगा ने बताया कि एएसआई मीना के खिलाफ बुधवार को विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया और एक उपनिरीक्षक को मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई है। डांगा ने बताया कि बुधवार को जब मीना को रातानाडा थाने में बुलाया गया, वह उस समय भी कथित तौर पर नशे में धुत था। उन्होंने बताया कि चिकित्सकीय जांच में पुष्टि हुई है कि आरोपी शराब के नशे में था।