धर्मशाला
तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के एक बच्चे के साथ वीडियो वायरल होने पर तिब्बतियों ने प्रतिक्रिया दी है। कई लोगों का कहना है कि दलाई लामा और बच्चे का जो वीडियो वायरल हो रहा है। वह नोबेल शांति पुरस्कार विजेता दलाई लामा को बदनाम करने की एक कोशिश थी।
'दलाई लामा की छवि को धूमिल करने की हो रही कोशिश'
तिब्बतियों का कहना है कि दलाई लामा ने अपनी मातृभूमि तिब्बत पर चीन के क्रूर कब्जे को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने की कोशिश में दशकों बिताए हैं। दलाई लामा का बचाव करते हुए तिब्बत के प्रमुख पेंपा त्सेरिंग ने कहा कि तिब्बती लोग इस वीडियो को लेकर आहत हैं और आरोप लगाया कि चीन समर्थक उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं।
'तिब्बत के पहाड़ों की तरह पवित्र है दलाई लामा का जीवन'
दरअसल, दलाई लामा को अक्सर यह कहते हुए सुना गया है कि चीन झूठ बोलता है और उसके अधिकारी पाखंडी हैं। दलाई लामा कहते हैं कि कुछ चीनी अधिकारी उन्हें एक राक्षस के रूप में पेश करते हैं। वहीं, मैक्लोडगंज में रहने वाले एक नागरिक ने कहा तिब्बत में चीनी सेना की कार्रवाई से बचने के बाद 1960 के दशक की शुरुआत में वह यहां आए थे। उनकी पवित्रता लगभग पूरी जिंदगी जनता की नजर में रही है और उनका जीवन तिब्बत के पहाड़ों की तरह पवित्र है।
पूर्व तिब्बती सांसद ने चीन पर साधा निशाना
पूर्व तिब्बती सांसद लोबसांग येशी ने कहा कि चीनी प्रायोजित साइबर गुंडों ने एक महीने से अधिक समय तक तिब्बत और चीन के अंदर कड़ी मेहनत की और दलाई लामा की छवि को धूमिल करने के लिए उन पर यौन दुराचार का आरोप लगाया। वहीं, तिब्बती एनजीओ ने कहा कि जिस वीडियो को वायरल किया जा रहा है, उस वीडियो में बच्चे और उसकी मां के साथ बातचीत भी की गई थी, लेकिन चूमने की बात को सनसनीखेज बनाकर इसे पेश किया। जबकि मां और बच्चा दोनों दलाई लामा से मिलने पर अपनी खुशी व्यक्त करते हैं और कहते हैं कि यह एक आशीर्वाद उनके लिए वास्तव में एक बहुत अच्छा अनुभव है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
बता दें कि तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का एक बौद्ध कार्यक्रम में एक बच्चे के साथ वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। जिसके बाद दलाई लामा बच्चे और उसके परिवार से माफी मांगी। दलाई लामा के हवाले से एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि वह मासूम और चंचल तरीके से अक्सर उन लोगों को चिढ़ाते हैं, जिनसे वे मिलते हैं। यहां तक कि सार्वजनिक रूप से और कैमरों के सामने भी चिढ़ाते हैं। उन्हें घटना पर खेद है।