चण्डीगढ़
पंजाब के पड़ोसी राज्य हरियाणा में अब कुछ ही महीनों में चुनाव होने वाले हैं। भाजपा शासित हरियाणा में होने वाले विधान सभा चुनावों में आम आदमी पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता भगवंत मान ने गुरुवार को एक बार फिर दोहाराया कि आम हरियाणा चुनाव में किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी।
इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि उनकी आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में चुनाव लड़ने का फैसला किया है. लेकिन इसके लिए वह किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी. पार्टी अपने दम पर चुनाव लड़ने जा रही है.
भगवंत मान ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि आज हम एक बड़ा ऐलान कर रहे हैं. आम आदमी पार्टी एक दशक के भीतर राष्ट्रीय पार्टी बन गई है. हम दो राज्यों (दिल्ली और पंजाब) में सरकार चला रहे हैं. हमने हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है. लेकिन इसके लिए हम किसी भी राजनीतिक दल से कोई गठबंधन नहीं करेंगे.
मान ने कहा कि हरियाणा एक ऐसा राज्य है, जिसने सभी दलों को मौके दिए हैं लेकिन कोई भी यहां के लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा. अरविंद केजरीवाल हरियाणा के ही हैं. ऐसे में हमारी उम्मीदें बहुत हैं.
उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा के बीच बहुत समानताएं हैं. आधा हरियाणा पंजाबी बोलता है. बता दें कि आम आदमी पार्टी 20 जुलाई को हरियाणा के लिए केजरीवाल की गारंटी जारी करेगी. इस मौके पर केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल भी मौजूद रहेंगी.