लखनऊ
उत्तर प्रदेश में भाजपा की लोकसभा सीटें घटने की वजह के तौर पर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा का सवाल उठाने वाले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को सहयोगी दल निषाद पार्टी के अध्यक्ष और योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद का साथ मिल गया है। यूपी में सपा से कम लोकसभा सीटें जीतने के कारण तलाश रही भाजपा में हार के कारण पर नेताओं के अलग-अलग नजरिए के कारण गुटबाजी बढ़ रही है। संजय निषाद ने सोमवार को उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से मुलाकात की और उनकी जमकर तारीफ की। कहा कि वह पिछड़ों के बड़े नेता हैं तभी उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। ऐसे में संजय निषाद की बातों के कई मायने निकाले जा रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में पीडीए यानी खासतौर पर पिछड़ों को लामबंद किया है।
संजय निषाद ने डिप्टी सीएम केशव मौर्या से भेंटकर मीडिया से कहा कि तमाम अधिकारी सपा के इशारे पर काम कर रहे हैं। ये अधिकारी साइकिल, हाथी व पंजा वालों की बातें सुन रहे हैं। जब कार्यकर्ताओं के घरों पर ही बुलडोजर चलेगा तो कार्यकर्ता पार्टी के लिए काम कैसे करेगा। संजय निषाद ने बुलडोजर की कार्रवाई पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आप बुलडोजर चलवाएंगे, लोगों के घर गिराएंगे तो वे वोट देंगे क्या?
संजय निषाद ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के संगठन बनाम सरकार वाले बयान का समर्थन करते हुए उनके सुर में सुर मिलाया। कहा कि संगठन सरकार से बड़ा है, चाहे कुछ भी हो जाए। संगठन कार्यकर्ता से बनता है। कार्यकर्ता ही चुनाव जीताते हैं तो सरकार बनती है। कैबिनेट मंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश के अधिकारी हमारे कार्यकर्ताओं की नहीं सुनते, जिससे चुनाव में नुकसान हुआ। संजय निषाद ने अधिकारियों के मनमाने रवैये को लेकर कहा कि कई अधिकारी ऐसे हैं, जिन्होंने हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं को सम्मान नहीं दिया, रंगबाज हैं। मौका आने पर ऐसे अधिकारियों को सबक सिखाएंगे।