नई दिल्ली
पुलिस कस्टडी में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर अब उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठने लगे हैं। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने योगी सरकार पर अपना गुस्सा निकाला है और सवाल पूछे हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस हत्या को आतंकवाद का नाम नहीं दिया जाएगा तो क्या हत्यारों को देशभक्त बताया जाएगा, क्या उन्हें माला पहनाया जाएगा?
ओवैसी ने कहा, अगर इनका ताल्लुक उत्तर प्रदेश सरकार से नहीं है तो फिर ये कट्टर कैसे हुए। इतना हथियार उनके पास कहां से आया? ये कोई कट्टे नहीं थे? एक साथ गोली मारे जा रहे हैं और कहीं भी वेपन ड्रॉप नहीं होता। उनका हाथ देखिए आप। ये कट्टरपंथी हैं और भाजपा इनको बचाती है और कहती है कि ऐसा नहीं हो रहा है। गोली मारकर धार्मिक नारा क्यों लगाते हैं आप। इनको आतंकवादी नहीं कहेंगे तो क्या देशभक्त कहेंगे। क्या इनको फूलों का माला पहनाएंगे?
ओवैसी ने कहा, 'जो लोग टीवी के स्टूडियो में बैठकर जश्न मना रहे थे, तुम लोग गिद्ध हो। खाओं उन लाशों को जो पड़ी हुई हैं वहां पर। आप जश्न मना रहे थे, देखिए अब क्या हो रहा है। आप भूल रहे हैं कि आज भाजपा सत्ता में है कल कोई और होगा। कल भी इंसानियत पर यही नंगा नाच होगा। मनाइए आप जश्न। जश्न मानओ जब लोकतंत्र कामयाब होगा, जब कोर्ट सजा देगा, जब संविधान मजबूत होगा।'
एक दिन पहले भी ओवैसी ने कहा था कि एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले इस हत्या के जिम्मेदार हैं। जिस समाज में हत्यारे हीरो होते हैं उस समाज में इंसाफ के सिस्टम का क्या काम? बता दें कि अतीक अहमद की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों ने सरेंडर कर दिया था। आज अतीक अहमद और अशरफ का पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि हत्या करने वाले आरोपी कई दिनों से अतीक अहमद की रेकी कर रहे थे। जिन पिस्तौल से हत्या की गई है वे 1 एमएम के थे। एक आरोपी पर हत्या की कोशिश और लूट का मामला दर्ज है। आरोपी लवलेश के पिता यज्ञ तिवारी ने कहा कि वह अपने बेटे से संपर्क नहीं रखते थे। तीन में से दो आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड मिल गया है। पुलिस तीसरे हत्यारे का भी आपराधिक रिकॉर्ड तलाश रही है। बता दें कि शनिवार को प्रयागराज में मेडिकल के बाद अस्पताल के बाहर अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई।