बर्लिन
दुनिया की दिग्गज कंपनी टेस्ला में 12 हजार लोग काम करते हैं। इन्हे उच्च कोटि का वेतन और कई तरह की सुविधाएं दी जाती हैं। इनका लिविंग स्टैंडर्ड भी कम नहीं है। मतलब इनके लिए कॉफी मग खरीदना बहुत मामूली बात है। ये लोग मग की चोरी क्यों करेंगे। इसके बावजूद जिस तरह की परिस्थितयां बन रही हैं वो संदेह पैदा करती हैं। टाइट सिक्यूरिटी के चलते कंपनी के अंदर कोई बाहरी व्यक्ति नहीं आ सकता है। इसके बाद भी कंपनी के अंदर से अब तक 65 हजार कॉफी मग चोरी हो गए है। ऐसा हुआ है कि एलन मस्क की कंपनी टेस्ला में। जर्मनी में टेस्ला की गीगाफैक्ट्री से कपों के गायब होने की खबर सामने आने के बाद से ही यह चोरी चर्चा का विषय बन गई है। स्टाफ मीटिंग की लीक ऑडियो से यह खुलासा हुआ है कि टेस्ला प्लांट मैनेजर आंद्रे थिएरिग हजारों कॉफी मगों के गायब होने से काफी चिंतित और विचलित हैं।
जर्मनी में टेस्ला की यह फैक्ट्री ने 2022 में शुरू हुई थी। जर्मन पत्रिका स्टर्न ने पिछले साल अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि टेस्ला फैक्ट्री में औसत से कहीं ज़्यादा सुरक्षा समस्याएं थी। जर्मनी ऑडी प्लांट की तुलना में तीन गुना ज़्यादा सुरक्षा समस्याएं एलन मस्क की फैक्टरी में पाई गईं। रिपोर्ट के अनुसार, टेस्ला ने बाद में मीडिया और मेटल यूनियन द्वारा किए गए दावों को खारिज कर दिया कि इसके सुरक्षा प्रावधान अपर्याप्त थे। टेस्ला की बर्लिन के दक्षिण-पूर्व में स्थित फैक्टरी में लगभग 12,000 लोग काम करते हैं। थिएरिग ने मीटिंग में कहा, मैं आपको बस एक आंकड़ा देने जा रहा हूं। हमने यहां प्रोडक्शन शुरू करने के बाद से 65 हजार कॉफी कप खरीदे हैं।
अगर आंकड़ों के हिसाब से देखें, तो आप में से हर एक के घर में पहले से ही पांच आइकिया कॉफी कप हैं। लीक ऑडियो में रिकॉर्ड वार्तालाप से पता चलता है कि ऑफिस से बार बार कॉफी के मग गायब होने से थिएरिग बहुत परेशान और गुस्से में हैं। उन्होंने कर्मचारियों से कहा, मैं मगों का ऑर्डर दे दे कर थक गया है। उन्होंने कर्मचारियों को धमकी दी अगर ऐसे ही कपों को गायब किया जाता रहा तो वे ऑफिस से सभी कटलरी को हटा देंगे।