जगदलपुर
बस्तर जिला मुख्यालय स्थित भाजपा कार्यालय में शनिवार को आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि जब से कांग्रेस की सरकार आई है तब से नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन बंद कर दिया गया है। यही वजह है कि नक्सली जंगल छोड़कर अब मैदानी इलाकों तक पहुंच चुके हैं। फोर्स को आगे बढने नहीं दिया जा रहा है इसलिए नक्सलियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस सरकार नक्सलियों को बैकफुट पर ढकेलने में असफल रही है। यही वजह है कि बस्तर में एक बार फिर से नक्सलियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। उन्होने कहा कि पिछले कुछ महीनों में 4 भाजपा कार्यकतार्ओं की नक्सलियों द्वारा निर्मम हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि जब छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार थी तो उस समय ऑपरेशन भी बहुत होते थे, कई कैंप भी बिठाए गए थे। जब तक अंदर जाएंगे नहीं, लड़ेंगे नहीं तब तक घर बैठे नक्सल समस्या का समाधान नहीं होगा।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि चुनाव से पहले मैंने कवासी लखमा से नहीं कहा था कि आप गीता पर हाथ रखकर कसम खाइए। गली-गली में जाकर प्रदेश की जनता से शराबबंदी का झूठा वादा किया था। सिर्फ चुनाव जीतने के लिए छत्तीसगढ़ की बहनों के साथ मजाक किया था। अब इसका बदला हमारी बहने लेंगी। आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बस्तर में कभी शराब बंद नहीं हो सकती वाले बयान पर कहा कि, यदि बात परंपरा की हो तो उसे कायम रखा जाएगा लेकिन छत्तीसगढ़ में शराबबंदी का मसला अलग है। उन्होने कहा कि यहां की जनता का कांग्रेस से भरोसा उठ गया है, इसीलिए साढ़े चार वर्ष के बाद भूपेश बधेल को चुनाव से चंद महीने पहले भरोसा सम्मेलन करना पड़ा।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के बस्तर दौरे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रियंका यहां आई, उनका स्वागत है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 10 मिनट के लिए उन्हें नारायणपुर लेकर जाते और वहां किस तरह से धर्मांतरण हो रहा है यह दिखाते। कांग्रेस की सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। सरगुजा, जशपुर से लेकर बस्तर तक कई घटनाएं हो रही है, लगातार धर्मांतरण करवाया जा रहा है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ईडी की प्रक्रिया नहीं जानते हैं, इसलिए कुछ भी कहते हैं। प्रियंका के भाषण के दौरान टीएस सिंहदेव के मंच से उठकर चले जाने वाले सवाल पर कहा कि बाबा की महिमा वे ही जाने।