रायपुर
जगदलपुर में पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह द्वारा नक्सली मुद्दे पर दिए गए बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया है। श्री बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि 15 सालों में रमन सिंह सरकार ने जनता के अधिकारों को छीन ली थी, उसे हमने वापस दिलाया। बस्तर के वनांचल क्षेत्रों में नक्सली दहशत के कारण कई स्कूलें बंद थी उसे पिछले चार वर्षों में हमने फिर से शुरू करवाया। बस्तर वासियों की न जाब कार्ड, न आधार कार्ड, न राशन कार्ड कुछ भी रमन सरकार में नहीं बना था, बल्कि बनवाने में मशक्कत करनी पड़ती थी, लेकिन हमने वहां ऐसी व्यवस्था की है कि अब आसानी ये सारी सुविधा उन्हें उपलब्ध हो रही है।
13 अप्रैल को जगदलपुर में हुए भरोसे के सम्मेलन को लेकर रमन सिंह के दिए बयान को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि रमन सिंह कभी सम्मेलन करा नहीं सकते हैं इसलिए उनको तमाशा लग रहा है। लोगों को जबरदस्ती ढोकर लाते थे, उनको भाजपा की केंद्रीय नेतृत्व पूछ नहीं रहा है। श्री बघेल ने बस्तर बना ब्रांड वाले रमन सिंह के बयान पर कहा कि उनके समय में कोई सैलानी बस्तर नहीं जाता था, लोग डरे हुए थे, फर्जी एनकाउंटर हुए। शायद पूर्व मुख्यमंत्री बस्तर की इसी पहचान को बनाए रखना चाहते है, लेकिन हमारी सरकार ने वनांचल क्षेत्र की चहुमुखी विकास किया है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने रमन सिंह के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि हमने प्लांट शुरू नहीं होने पर आदिवासियों की अधिग्रहित जमीन उनको वापस लौटाई। बस्तर के लोगों को नि:शुल्क शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई। रमन सिंह के समय जवानों को राशन पहुंचाने मशक्कत करनी पड़ती थी। आज गरीब लोगों के घर में राशन पहुंच रहा है। भाजपा के 15 साल के कार्यकाल में बस्तर की प्राकृतिक सौंदर्य व आदिवासी संस्कृति की पहचान विलुप्त हो गया था। हमने पुराने दौर को वापस दिलाने का काम किया।