चंडीगढ़
हरियाणा (Haryana) में विधानसभा चुनाव होने वाला है. इससे पहले सियासी गलियारों में अलग-अलग तरह की चर्चाएं हो रही हैं. अब, इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के प्रधान सचिव ने कहा कि हम विधानसभा चुनाव बीएसपी के साथ मिलकर लड़ेंगे.
बीएसपी नेता आकाश आनंद ने कहा कि 6 जुलाई को अभय चौटाला और मायावती के बीच विस्तार से सीटों पर चर्चा हुई. 90 में से 37 सीटों पर बीएसपी चुनाव लड़ेगी और बाकी सीटें INLD के खाते में जाएंगी.
आकाश आनंद ने कहा कि अगर हम फतह हासिल करते हैं, तो अभय चौटाला को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.
इसके अलावा अभय चौटाला ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने चीजों को बेहतर तरीके से संभाला, इन लोगों (अपराधियों) को सरकार का संरक्षण प्राप्त है.
अभय चौटाला ने क्या कहा?
वहीं आकाश आनंद के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद अभय चौटाला ने कहा कि ये गठबंधन स्वार्थ के लिए नहीं है. बीजेपी ने दस साल में और कांग्रेस ने अपने राज में राज्य को लूटा है. हम गैर बीजेपी, गैर कांग्रेस गठबंधन राज्य में तैयार करेंगे और सरकार बनाएंगे.
किसका कितना आधार?
बीएसपी और इनेलो के गठबंधन से सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस की विधानसभा चुनाव में टेंशन बढ़ सकती है. राज्य में इसी साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इनेलो मायावती के सहारे दलित वोट को साधने की कोशिश में है. हरियाणा में दलितों की आबादी करीब 20 फीसदी है.
लोकसभा चुनाव में हरियाणा में बीएसपी को 1.28 फीसदी वोट मिले थे. वहीं आईएनएलडी को 1.74 से संतोष करना पड़ा.
2019 के विधानसभा चुनाव में इनेलो को मात्र एक सीट मिली थी और 2.44 फीसदी वोट से संतोष करना पड़ा. वहीं बहुजन समाज पार्टी (BSP) को 4.21 फीसदी वोट मिले थे. पिछले चुनाव में इनेलो ने अकाली दल के साथ गठबंधन किया था.
अभय चौटाला ने की मायावती से मुलाकात
अभय चौटाला ने 6 जुलाई को मायावती से मुलाकात की थी. इस दौरान आकाश आनंद भी मौजूद थे. तब चौटाला ने एक्स पर लिखा, ''बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, परम आदरणीय बहन कुमारी मायावती जी से उनके निवास स्थान पर मुलाक़ात की और देश-प्रदेश के मुख्य मुद्दों पर विशेष चर्चा की.''
फ्री बिजली का वादा
अभय चौटाला ने मुफ्त बिजली और स्वच्छ पेयजल का वादा किया. उन्होंने कहा कि हमारे पास नए मीटर होंगे, जहां बिजली का बिल 500 रुपये से कम होगा. हम फ्री बिजली देने के लिए बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाएंगे.
'गरीबों को न्याय, कमजोरों को सशक्त…'
चंडीगढ़ के बाहरी इलाके नयागांव में बीएसपी के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए INLD नेता अभय चौटाला ने कहा कि यह गठबंधन किसी स्वार्थ पर आधारित नहीं है, बल्कि लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है. उन्होंने कहा कि बीएसपी और INLD की सोच यह है कि गरीबों को न्याय कैसे मिले और कमजोर वर्ग कैसे सशक्त हो.
चौटाला ने आगे कहा, "हरियाणा में हमने आगामी विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ने का फैसला किया है. आज आम लोगों की भावना बीजेपी को सत्ता से बाहर करने और कांग्रेस पार्टी को सत्ता से दूर रखने की है, जिसने 10 साल तक राज्य को लूटा है."
बता दें कि फरवरी 2019 में बीएसपी ने INLD के साथ अपने लगभग 9 महीने पुराने गठबंधन को खत्म कर दिया था, जो उस वक्त हरियाणा की मुख्य विपक्षी पार्टी थी. उस समय यह घटनाक्रम चौटाला परिवार में झगड़े के बीच हुआ था.
'जनविरोधियों को हराने का संकल्प…'
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "बहुजन समाज पार्टी और इण्डियन नेशनल लोकदल मिलकर हरियाणा में होने वाले विधानसभा आमचुनाव में वहां की जनविरोधी पार्टियों को हराकर अपने नये गठबन्धन की सरकार बनाने के संकल्प के साथ लड़ेंगे, जिसकी घोषणा मेरे पूरे आशीर्वाद के साथ आज चण्डीगढ़ में संयुक्त प्रेसवार्ता में की गयी.
उन्होंने आगे कहा कि इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला आदि तथा बीएसपी के आनन्द कुमार, नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनन्द और पार्टी के राज्य प्रभारी रणधीर बेनीवाल की आज हुई प्रेसवार्ता से पहले दोनों पार्टियों के बीच नई दिल्ली में मेरे निवास पर गठबंधन को लेकर सफल वार्ता हुई.
मायावती ने आगे कहा कि हरियाणा में सर्वसमाज-हितैषी जनकल्याणकारी सरकार बनाने के संकल्प के कारण इस गठबंधन में एक-दूसरे को पूरा आदर-सम्मान देकर सीटों आदि के बंटवारे में पूरी एकता व सहमति बन गई है. मुझे पूरी उम्मीद है कि यह आपसी एकजुटता जन आशीर्वाद से विरोधियों को हरा कर नई सरकार बनाएगी.