जयपुर.
बिहार के मुजफ्फरपुर में फर्जी अभ्यर्थी बनकर परीक्षा देने वाले एमबीबीएस के स्टूडेंट हुक्माराम को जोधपुर एम्स प्रबंधन ने सस्पेंड कर दिया है। एम्स के रजिस्ट्रार ने इसके आदेश निकाले हैं। हुक्माराम मुजफ्फरपुर के मालीघाट स्थित डीएवी सेंटर पर 5 मई को हुई नीट परीक्षा में राज पांडे की जगह परीक्षा देने गया था, लेकिन बायोमेट्रिक जांच में पकड़ा गया था।
हुक्माराम ने परीक्षा देने के बदले चार लाख में सौदा किया था। बिहार पुलिस ने एम्स को उसके खिलाफ कानूनी मामला होने की जानकारी दी थी। जिसमें बताया कि हुक्माराम के खिलाफ 420, 467,468, 120बी, बिहार कंडेक्ट ऑफ एग्जाम के सेक्शन 10 में मामला प्रक्रियाधीन है, जिसके चलते उसे एम्स प्रबंधन ने सस्पेंड किया है। हुकमाराम के फर्जी परीक्षार्थी के रूप में पकड़े जाने की सूचना तो केंद्र ने पुलिस को दे दी लेकिन किसी तरह की शिकायत नहीं दी थी। इतना ही नहीं उसे पूरी परीक्षा भी दिला दी। यही कारण था कि बिहार पुलिस ने खुद अपने स्तर पर एफआईआर दर्ज की। पुलिस को परीक्षा सेंटर की भूमिका भी संदिग्ध लगी, क्योंकि एग्जाम के बाद अभ्यर्थी को पुलिस को सौंपने की बजाय सेंटर के बाहर इंतजार करने के लिए कहा, इसका फायदा उठाकर वह भाग गया था जिसका आज तक पता नहीं चला। परीक्षा केंद्र प्रभारी ने जब हुकमाराम को बायोमेट्रिक फर्जीवाड़ा में पकड़ लिया तो हुकमाराम ने खुद लिख कर दिया कि वह राज पांडे की जगह परीक्षा देने आया था। राज पांडे से वह कोटा में मिला था। इस परीक्षा के बदले उसे 4 लाख रुपए मिलने थे। सेंटर प्रभारी ने हुक्माराम का लिखित कबूलनामा पुलिस को दिया था।