पटना.
बिहार में लंबे समय तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीब रहे भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मनीष वर्मा ने अवकाश ग्रहण करने के बाद आखिरकार जनता दल यूनाईटेड की सदस्यता ग्रहण कर ली। पटना स्थित जदयू कार्यालय में पार्टी के नए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय झा ने उन्हें जदयू की सदस्यता दिलाई। कई मंत्रियों समेत जदयू के बड़े नेता इस स्वागत समारोह में शामिल हुए।
बताया जा रहा है कि मनीष वर्षा विधानसभा चुनाव 2020 के वक्त से ही सीएम नीतीश कुमार से सीधे तौर पर जुड़े थे। जब उन्होंने वीआरएस लिया तो इन्हें सीएम नीतीश कुमार अतिरिक्त परामर्शी भी बना दिया गया था। इतना ही नहीं इनके लिए अलग से ही एक पद का सृजन किया गया। मनीष वर्मा बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार के भी सदस्य हैं। सूत्रों की मानें तो मनीष वर्मा लोकसभा चुनाव में भी पूरी तरह एक्टिव थे। पर्दे के पीछे से वह जदयू की सारी गतिविधियों की मॉनिटरिंग कर रहे थे।
ओडिशा कैडर के आईएएस हैं वर्मा —
ओडिशा कैडर के आईएएस अधिकारी रह चुके मनीष वर्मा ने 2018 में वीआरएस लिया था। ओडिशा के कई जिलों में वह डीएम भी रह चुके हैं। 2012 में वह अंतरराज्यीय प्रतिनियुक्ति के तहत बिहार आए थे। इसके बाद वह पटना और पूर्णिया के जिलाधिकारी भी रह चुके हैं। मनीष वर्मा सीएम नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के हैं। वह कुर्मी जाति से आते हैं। कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में जदयू के अच्छे प्रदर्शन के पीछे मनीष वर्मा ने भी अहम भूमिका निभाई है। इस कारण सीएम नीतीश कुमार सक्रिय राजनीति में उनकी इंट्री करवा दी।