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पश्चिमी चंपारण और गोपालगंज में बाढ़ का खतरा, हाई अलर्ट पर जिला प्रशासन

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 पटना
 नेपाल में भारी बारिश से बिहार के पश्चिम चंपारण और गोपालगंज जिलों में स्थिति काफी चिंताजनक बन गई है। लगातार हो रही बारिश के कारण गंडक/गण्डकी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इसने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं।

नेपाल में भारी बारिश के कारण देवघाट पर नारायणी नदी का जलस्तर 5.71 क्यूसेक तक बढ़ गया है, इसलिए वहां से पानी छोड़ा जा रहा है। इसका असर गंडक नदी पर भी पड़ रहा है। इसके चलते जल संसाधन विभाग ने शनिवार रात वाल्मीकिनगर गंडक बैराज से 4.28 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा।

जल स्तर बढ़ने से वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पानी घुस गया है। इस वजह से निवासियों और वन्यजीव दोनों के लिए खतरा पैदा हो गया है। पानी बैरागी और सोनबर्सा पंचायत क्षेत्रों में भी घुस गया है। इसके चलते अधिकारियों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।

वाल्मीकिनगर गंडक बैराज के सुपरिडेंटेंड इंजीनियर नवल किशोर भारती ने बताया, "अचानक जलस्तर बढ़ने से हमने वाल्मीकिनगर गंडक बैराज से 4.28 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा है। पानी के दबाव को नियंत्रित करने के लिए बैराज के सभी 36 गेट खोल दिए गए हैं।"

जल संसाधन विभाग और जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। हम तटबंधों की निगरानी कर रहे हैं। निवासियों को चेतावनी देने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जा रहा है।

मौसम विभाग को उत्तर बिहार के मधुबनी, सुपौल, कटिहार, किशनगंज और अररिया जिलों में भारी बारिश की आशंका है। इससे बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पानी

जलस्तर बढ़ने से वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पानी घुस गया है। इस वजह से निवासियों और वन्यजीव दोनों के लिए खतरा पैदा हो गया है। पानी बैरागी और सोनबरसा पंचायत क्षेत्रों में भी घुस गया है। इसके चलते अधिकारियों ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है। वाल्मीकिनगर गंडक बैराज के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर नवल किशोर भारती ने बताया कि अचानक जलस्तर बढ़ने से हमने वाल्मीकिनगर गंडक बैराज से 4.28 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा है। पानी के दबाव को नियंत्रित करने के लिए बैराज के सभी 36 गेट खोल दिए गए हैं।

भारी बारिश से बाढ़

जल संसाधन विभाग और जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। हम तटबंधों की निगरानी कर रहे हैं। निवासियों को चेतावनी देने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहने के लिए लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जा रहा है। मौसम विभाग को उत्तर बिहार के मधुबनी, सुपौल, कटिहार, किशनगंज और अररिया जिलों में भारी बारिश की आशंका है। इससे बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है।