रायपुर
प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन कार्यालय ने तैयारियां तेज कर दी है। वर्ष 2018 में उपयोग में लाए गए ईवीएम (EVM) का दोबारा इस्तेमाल इस चुनाव में नहीं किया जाएगा, बल्कि इलेक्ट्रानिक कार्पोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड हैदराबाद से नई ईवीएम मशीनों की खेप निर्वाचन कार्यालय पहुंच चुकी है। राज्य में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव है। प्रदेश में मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 94 लाख 500 पहुंच चुकी है। यह आंकड़े 5 जनवरी 2023 को प्रकाशित विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के आंकड़ों के मुताबिक है।
चुनाव के पहले अंतिम सूची प्रकाशित की जाएगी। चुनाव के लिए प्रदेश में कुल 24500 बूथ चिन्हित किए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि ईवीएम की आमद होने के बाद अधिकारियों का प्रशिक्षण लगातार जारी है। हैदराबाद की नई ईवीएम मशीनों से हिमाचल प्रदेश और गुजरात में चुनाव हुए हैं। साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि नई ईवीएम मशीनों हैकिंग का खतरा नहीं होगा। साथ ही यह बैटरी बैकअप के साथ मिल रही है।
20 से 27 वर्ष तक के युवा 42 लाख
प्रदेश में 20 से 27 वर्ष तक के युवाओं की संख्या 42 लाख के आस-पास है। प्रदेश में 23907 बूथ चिन्हित किए गए हैं, वहीं नए मतदाताओं की संख्या तीन लाख से पार चुकी है, जिनकी उम्र 18 वर्ष पूरी हो गई है। विधानसभा चुनाव के पहले नए मतदाताओं की सूची से जोड़ने का कार्य लगातार जारी है।
एम-3 ईवीएम का अपटेड वर्जन-
2018 के चुनाव में एम-3 वर्जन के ईवीएम का उपयोग हुआ था। इस बार चुनाव में भी एम-3 ईवीएम का उपयोग होगा, लेकिन इसे अपटेड किया गया है। चुनाव के लिए 125 प्रतिशत बैलेट और कंट्रोल यूनिट और 135 प्रतिशत वीवीपैट की आवश्यकता होगी। प्रदेश में अभी तक 45 हजार से अधिक ईवीएम छत्तीसगढ़ पहुंच चुका है। प्रदेश में मतदान केद्रों की संख्या 24500 है।
मतदाता सूची में नाम जुड़वाने का अभियान शुरू
निर्वाचन कार्यालय ने मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए अभियान शुरू किया है। यह आनलाइन और आफलाइन दोनों है। निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक मतदाता सूची में नाम छूटने पर फार्म-6, मतदाता सूची में किसी प्रविष्टि को हटाने की आवश्यकता होने पर फार्म-7 और मतदाता सूची में किसी प्रविष्टि निवास स्थल में सुधार करने की आवश्यकता पर फार्म-8 भरना है। इसके लिए वोटर पोर्टल डाट ईसीआइ डाट जीवीओ डाट इन एप से भी लाग इन किया जा सकता है।