भरतपुर
शहर में एक बार फिर से धर्म परिवर्तन का सेंटर पकड़ा गया। एक मकान से करीब 20 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। जिसमें एक व्यक्ति और एक महिलाएं घायल हैं। महिला के कपड़े भी फट गए हैं। विश्व हिन्दू परिषद का कहना है कि मकान के अंदर धर्म परिवर्तन चल रहा था। वहीं पुलिस द्बारा हिरासत में लिए गए लोगों का कहना है कि यहां पर भगवान की प्रार्थना की जा रही थी। विश्व हिन्दू परिषद के जिला अध्यक्ष लाखन सिंह ने बताया कि इससे पहले सोनार हवेली से एक धर्म परिवर्तन का मामला पकड़ा था। प्रशासन ने उस मामले की जांच को लेकर SIT की टीम का गठन किया था लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। आज हमें सूचना मिली कि मथुरा गेट थाना इलाके में फाटक नंबर 39 के पास एक मकान में धर्मान्तरण हो रहा है। इसमें करीब 100 शामिल थे। जब हमने विश्व हिन्दू परिषद के सदस्य को इस घर में भेजा तो घर से निकली महिला ने कहा कि यहां लाइब्रेरी चल रही है। लेकिन, जब हम घर के अंदर घुसे तो ईसाईकरण चल रहा था।
500-500 रुपए का लालच देकर बुलाए लोगः
घर के अंदर मौजूद लोगों ने बताया कि हमें यहां आने के लिए 500-500 रुपए दिए गए हैं। घर का मालिक रवि कुमार निवासी अजान का रहने वाला है। इसे गांव से इसलिए भगाया गया था क्योंकि, इसने हिन्दू देवी देवताओं को घर से निकालकर नाली में फेंक दिया था। गांव से आकर यह एकता विहार कॉलोनी में रहा। वहां भी इसने धर्म परिवर्तन करवाया। जिसके बाद आसपास के रहने वाले लोगों ने इसे वहां से भगाया। अब पिछले 4 साल से रवि यहां रहता है। यह यहां पर ईसाईकरण का काम करता है। इसे विश्व हिन्दू परिषद द्वारा समझाया गया था कि आप हिन्दू हो तो हिन्दुओं को बरगलाओ मत।
एक व्यक्ति ने खुद को अलवर CMHO का भाई बतायाः
जब रवि कुमार नहीं माना तो विश्व हिन्दू परिषद द्वारा इस सेंटर को पकड़ा गया। यहां से कुछ लोग चले गए और कुछ लोगों को पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया है। घर के अंदर ईसा मसीह के पोस्टर लगे हुए हैं। पकड़े गए लोगों में एक व्यक्ति अपने आप को अलवर CMHO का भाई बता रहा था। घर के अंदर ईसा मसीह के छपे हुए कैलेंडर मिले हैं।
विश्व हिन्दू परिषद के लोगों ने मारपीट कीः
पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति ने बताया की, हमारे साथ विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा मारपीट की गई है। हम अपने भाई के यहां आये हुए थे। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने चर्च में घुसकर मारपीट की है। हम लोग चर्च में प्रार्थना कर रहे थे। चर्च के अंदर 10 से 15 लोग मौजूद थे। मेरी भतीजी के कपड़े फाड़ दिए। मेरी भतीजी को पीटा गया।